Mahakumbh Stampede : प्रयागराज (Prayagraj) में महाकुंभ (Mahakumbh) के दौरान भगदड़ की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके साथ ही न्यायिक जांच (Judicial Inquiry) के आदेश भी जारी किए गए हैं।
सीएम योगी ने महाकुंभ भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी है। इस दौरान वह काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदना सभी मृतकों के परिजन के साथ है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की है। @myogiadityanath#MahakumbhStampede #Mahakumbh #MahaKumbhMela2025 pic.twitter.com/Z6x1B4QtKv
— Jayendra Pandey 🇮🇳 (@pandey_jay22) January 29, 2025
मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के शाही स्नान पर बड़ा हादसा
मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात, जब लाखों श्रद्धालु संगम तट (Sangam Ghat) पर स्नान के लिए उमड़े, तभी भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस हादसे में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बड़ी घोषणाएं
मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा।
घटना की न्यायिक जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित।
मुख्य सचिव और डीजीपी को तत्काल प्रयागराज जाने के निर्देश।
घायलों का मुफ्त इलाज कराया जाएगा।
पुलिस प्रशासन को पूरी घटना की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का आदेश।
तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित
राज्य सरकार ने इस घटना की गहराई से जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) के पूर्व न्यायमूर्ति हर्ष कुमार की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यीय आयोग गठित किया है। इसमें पूर्व डीजी वीके गुप्ता और पूर्व आईएएस बीके सिंह को सदस्य बनाया गया है। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार (DGP Prashant Kumar) को भी इस हादसे की अलग से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तड़के सुबह ही शीर्ष अधिकारियों को बुलाकर बैठक की। मुख्य सचिव मनोज कुमार, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद समेत अन्य आला अधिकारी सुबह 4 बजे मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे।
प्रधानमंत्री मोदी ने की चार बार बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस घटना को लेकर चार बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बातचीत की। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए और केंद्र सरकार से हर संभव मदद देने की बात कही। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने भी सीएम योगी से घटना की जानकारी ली।
श्रद्धालुओं से मुख्यमंत्री की अपील
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं और साधु-संतों से अपील की है कि वे संगम तट (Sangam Ghat) के अलावा अन्य घाटों पर भी स्नान करें। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और भीड़भाड़ से बचने के लिए सहयोग करें।
अयोध्या और वाराणसी में भी हाई अलर्ट
घटना के बाद अयोध्या (Ayodhya) और वाराणसी (Varanasi) में भीड़ नियंत्रण को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। दोनों शहरों के पुलिस अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि भीड़ प्रबंधन को लेकर अतिरिक्त बैरिकेडिंग और सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए।
भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष योजना
महाकुंभ के दौरान AI आधारित भीड़ प्रबंधन प्रणाली लागू करने की योजना।
प्रत्येक स्नान घाट पर ड्रोन से निगरानी की व्यवस्था।
श्रद्धालुओं के लिए आपातकालीन निकासी मार्ग तैयार किया जाएगा।
भीड़ नियंत्रण के लिए और अधिक स्वचालित बैरिकेडिंग सिस्टम विकसित किए जाएंगे।
प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) में हुए इस हादसे ने कई सुरक्षा खामियों को उजागर कर दिया है। सरकार और प्रशासन अब इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं।