Goa Club Fire Case गोवा अग्निकांड मामले में इंसाफ की आस लगाए बैठे लोगों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। भारत सरकार की मांग और सख्त कार्रवाई के बाद, थाईलैंड की Police ने फरार चल रहे लूथरा ब्रदर्स को अपनी हिरासत में ले लिया है। हादसे के बाद से ही दोनों भाई देश छोड़कर भाग निकले थे, लेकिन अब कानून का शिकंजा उन पर कस चुका है।
यह कार्रवाई गोवा Police द्वारा एक बड़ा कदम उठाने के ठीक बाद हुई है। Police ने ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ Night Club के लाइसेंस धारी गौरव लूथरा और सौरव लूथरा के Passport सस्पेंड कर दिए थे। Passport निलंबित होते ही उनके भागने के सभी रास्ते बंद हो गए थे।
राजनयिक चैनलों के जरिए भारत लाने की तैयारी
अब लूथरा ब्रदर्स को भारत वापस लाने की प्रक्रिया एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। Interpol और भारत-थाईलैंड के Diplomatic Channels के माध्यम से उन्हें जल्द ही स्वदेश लाने की तैयारी तेज कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक, हादसे के तुरंत बाद दोनों भाई दिल्ली से थाईलैंड के फुकेट भाग गए थे। लेकिन भारत सरकार के कहने पर थाईलैंड Police ने तुरंत एक्शन लेते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया।
विदेश मंत्रालय के नियमों के अनुसार, Passport Act 1967 के Section 10A के तहत केंद्र सरकार या कोई भी Designated Officer किसी का भी Passport सस्पेंड कर सकता है। एक बार Passport सस्पेंड हो जाने की स्थिति में व्यक्ति देश छोड़कर नहीं भाग सकता। यही वजह रही कि लूथरा ब्रदर्स के लिए अब छिपना मुश्किल हो गया था।
आरोपियों की दलील: ‘हम मालिक नहीं, सिर्फ लाइसेंस धारी’
हिरासत में लिए जाने से पहले, 10 दिसंबर को दोनों भाइयों ने दिल्ली की रोहिणी Court में अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की थी। उनकी ओर से पेश हुए Senior Advocate सिद्धार्थ लूथरा और Advocate तनवीर अहमद मीर ने दलील दी कि हादसे की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष जिम्मेदारी उन पर नहीं डाली जा सकती।
उनका दावा है कि वे Club के असली मालिक नहीं हैं, बल्कि सिर्फ लाइसेंस धारी हैं। उन्होंने कहा कि असली मालिक कोई और है और उनके बिना वे Night Club में मरम्मत तक नहीं करवा सकते थे। उन्होंने खुद पर Witch Hunting का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें जानबूझकर फंसाया जा रहा है।
जानें पूरा मामला
यह पूरा मामला गोवा के एक Club में रविवार को लगी भीषण आग से जुड़ा है, जिसमें 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद से ही Club के संचालन और सुरक्षा मानकों पर सवाल उठ रहे थे। लूथरा ब्रदर्स ने Court से 4 हफ्ते की अंतरिम राहत मांगी थी और आश्वासन दिया था कि वे सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करेंगे और जांच में सहयोग करेंगे। उनका कहना था कि वे केवल अपनी सुरक्षा चाहते हैं ताकि भारत आकर कानूनी प्रक्रिया का सामना कर सकें। लेकिन अब थाईलैंड में हिरासत में लिए जाने के बाद उन्हें भारत लाने की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।
मुख्य बातें (Key Points)
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Goa Club Fire मामले में फरार गौरव और सौरव लूथरा को थाईलैंड Police ने हिरासत में लिया।
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भारत सरकार की मांग और Goa Police द्वारा Passport सस्पेंड करने के बाद हुई कार्रवाई।
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लूथरा ब्रदर्स ने खुद को सिर्फ लाइसेंस धारी बताते हुए असली मालिक किसी और को बताया।
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Interpol और कूटनीतिक रास्तों से दोनों को भारत लाने की प्रक्रिया निर्णायक दौर में।






