जल्द सामने आएगा प्रभाकरन
उन्होंने कहा, जल्द ही, सही समय आने पर प्रभाकरण दुनिया के सामने आएंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमें विश्वास है कि इससे उनके लिए उत्पन्न हो रहे अफवाहों पर विराम लगेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही तमिल जाति की मुक्ति के लिए एक योजना की घोषणा करने वाले हैं। दुनिया के सभी तमिल लोगों को मिलकर उनका समर्थन करना चाहिए।
कौन है प्रभाकरन?
दरअसल, साल 2009 में 21 मई को लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई या लिट्टे) के संस्थापक वेलुपिल्लई प्रभाकरण को श्रीलंका की सेना ने मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद अब प्रभाकरन के जिंदा होने का दावा किया जा रहा है। प्रभाकरन के मौत की खबर के बाद लिट्टे ने हार मानते हुए अपनी बंदूकें शांत करने की घोषणा की थी साथ श्रीलंका का जाफना क्षेत्र लिट्टे के आतंक से आजाद हो गया था।
LTTE क्या है?
LTTE यानी लिबरेशन टाइगर्स तमिल ईलम तमिल सामान्यत लिट्टे या तमिल टाइगर्स के रूप में जाना जाता है। एक अलगाववादी संगठन है जो औपचारिक रूप से उत्तरी श्रीलंका में स्थित है। हालांकि, पाझा नेदुमारन की बातों में कितनी सच्चाई है। ये तो आने वाले समय में ही पता चलेगा।