समाजवादी पार्टी (SP) ने अंतिम वक्त रामपुर से लोकसभा उप-चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बदल दिया। अब असीम रजा (Asim Raza) रामपुर से सपा के उम्मीदवार होंगे। इसका ऐलान नामांकन से ठीक पहले किया गया। सोमवार (6 जून) नामांकन का अंतिम दिन है। इससे पहले रामपुर से सपा के दिग्गज नेता आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा के चुनाव लड़ने की चर्चा थी।
असीम रजा रामपुर के सपा अध्यक्ष हैं। उन्हें आजम खान का करीबी माना जाता है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रामपुर सीट से आजम खान की पसंद के उम्मीदवार को टिकट देकर उनसे (आजम खान) अपने रिश्ते ठीक करने की कोशिश की है।
इससे पहले अखिलेश यादव दिल्ली में इलाज करा रहे आजम खान से मिलने अस्पताल गए थे। दोनों नेताओं के बीच करीब ढाई घंटे तक बातचीत हुई थी। उसमें अखिलेश ने कहा था कि रामपुर से उम्मीदवार वही बनेगा, जिसे आजम खान चाहेंगे। करीब दो साल बाद सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद आजम खान का दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में इलाज चल रहा था।
आजम खान के जेल से बाहर आने के बाद अखिलेश से उनकी नाराजगी के संकेत मिले थे। सूत्रों के मुताबिक, आजम खान इस बात से आहत थे कि उनके जेल में बंद रहने के दौरान अखिलेशन उनसे मिलने नहीं आए थे। आजम खान के परिवार का यह भी मानना था कि अखिलेश ने आजम खान को लेकर पिछले दो साल में बेरुखी दिखाई है।
अब ऐसा लगता है कि आजम खान की नाराजगी दूर हो गई है। उनके कहने पर अखिलेश यादव ने कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल को राज्यसभा का सदस्य बनाने में मदद की। फिऱ, उनकी पंसद के उम्मीदवार को रामपुर से लोकसभा उप चुनाव के लिए टिकट दिया गया है।
पहले रामपुर से आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा को टिकट मिलने की चर्चा थी। लेकिन, सूत्रों का कहना है कि फातिमा चुनाव नहीं लड़ना चाहती थीं। हालांकि, उनके चुनाव में खड़े होने पर उनकी जीत को लेकर कोई संदेह नहीं था। रामपुर में आजम खान का जबर्दस्त प्रभाव है। इस सीट में मुसलमानों मतदाताओं की संख्या भी काफी ज्यादा है।
आजम खान रामपुर से लोकसभा सांसद थे। लेकिन फरवरी-मार्च के दौरान उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा था। इसमें वे जीत गए थे। लूट और मारपीट सहित कई आरोपों में 27 महीने जेल में रहने के बाद हाल ही में उन्हें जमानत पर रिहा किया गया।
बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के पूर्व MLC और आजम खाम के करीबी माने जाने वाले ओबीसी नेता घनश्याम लोधी को रामपुर से अपना उम्मीदवार बनाया है। लोधी 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे।
बहुजन समाज पार्टी (BSP) इस सीट पर चुनाव नहीं लड़ रही है, और कांग्रेस ने आज घोषणा की कि वह भी चुनाव नहीं लड़ेगी।
आजमगढ़ से बीजेपी ने निरहुआ को दिया टिकट
आजमगढ़ से अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में जीत के बाद आजमगढ़ लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। इसलिए उस सीट पर भी उपचुनाव होना है। सपा ने धर्मेंद यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी ने लोकप्रिय भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ को आजमगढ़ से अपना उम्मीदवार बनाया है। निरहुआ 2019 में इस सीट से अखिलेश यादव से हारे थे।
बसपा ने कहा है कि वह आजमगढ़ से अपने पूर्व विधायक गुड्डू जमाली उर्फ शाह आलम को मैदान में उतारेगी। जमाली एक बड़े नेता हैं, जो हाल ही में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले BSP में लौट आए थे।