शिमला, 26 फरवरी (The News Air): हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने रविवार कहा है कि आजादी के समय प्रदेश की साक्षरता दर लगभग आठ प्रतिशत थी, जो आज बढ़कर 88 फीसद से अधिक हो गई है। ठाकुर ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अग्रणी राज्यों में शुमार होने का श्रेय राज्य के सरकारी स्कूलों द्वारा स्थापित उच्च मानकों को दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और हमारे प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. वाई.एस. परमार ने भी सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से शिक्षा ग्रहण करके उच्च मुकाम हासिल किया।
उन्होंने यहां जी पंजाब हरियाणा हिमाचल के सहयोग से क्रैक अकादमी द्वारा राज्य के सभी 68 निर्वाचन क्षेत्रों में ‘मेरे शहर के 100 रतन’ छात्रवृत्ति कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह अकादमी सिविल सेवा, एसएससी, रेलवे, बैंकिंग और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग प्रदान करती है। यह अकादमी हिमाचल के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के 100 छात्रों का चयन कर इन्हें छात्रवृति देगी । जिसके लिए प्रथम मई, 2024 को छात्रवृत्ति के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना के अन्तर्गत छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपये तक का ऋण दिया जा रहा है। सरकार सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस राजीव गांधी गवर्नमेंट मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल भी बना रही है।