Legislative Reforms 2025: पंजाब सरकार ने संविधान दिवस के अवसर पर श्री आनंदपुर साहिब में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के कार्यक्रमों के तहत विशेष रूप से तैयार की गई पंजाब विधानसभा में राज्य के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए मॉक विधानसभा सत्र आयोजित कर उन्हें प्रोत्साहित किया, ताकि प्रदेश के विद्यार्थी राजनीति में भागीदारी करें और भविष्य के नेता बनने के योग्य बन सकें।
इस अवसर पर पंजाब के संसदीय कार्य मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने विभिन्न नेताओं की भूमिका निभा रहे विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि आज के विद्यार्थी ही भविष्य के नेता हैं और पंजाब सरकार की यह विशेष पहल राज्य के बच्चों को शासन करने योग्य बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने इस मौके पर स्कूली विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को बधाई देते हुए राजनीति में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील भी की।
डॉ. रवजोत सिंह ने बताया कि चालू वर्ष के दौरान बी.बी.एम.बी. और मनरेगा मामलों से संबंधित विशेष विधानसभा सत्र भी आयोजित किए गए हैं।
संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि वर्ष 2023 से पंजाब विधानसभा के समूचे कामकाज को कागज-रहित कर दिया गया है और विधानसभा सत्र का पूरा कार्य पूर्णतः डिजिटल और पेपरलेस तरीके से किया जा रहा है।
पंजाब विधानसभा में पहली बार नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा) परियोजना लागू की गई है। विधायकों और प्रशासनिक सचिवों को नई प्रणाली के तहत कार्य करने का प्रशिक्षण दिया गया है। पंजाब विधानसभा के कामकाज को हाई-टेक बनाने और आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए डिजिटल विंग की स्थापना की गई है। डिजिटल विंग में आईटी सेल, एनआईसी सेल, हाई-टेक ट्रेनिंग रूम (नेवा सेवा केंद्र), हाई-टेक कंट्रोल रूम और नेटवर्क कंट्रोल रूम शामिल हैं।
नेवा ऐप के उपयोग से जहां सदन की कार्यवाही की लाइव वेबकास्टिंग के माध्यम से जनता की भागीदारी बढ़ी है, वहीं पंजाब विधानसभा सचिवालय का कामकाज भी अधिक सुगम हुआ है। सदन में कागजात भी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से प्रस्तुत किए जा रहे हैं और विधानसभा सदस्यों तथा स्टाफ को कागज-रहित सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं।








