Operation Sindoor Video by Indian Army : भारतीय सेना (Indian Army) ने रविवार को ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) का एक नया वीडियो (Video) साझा किया है, जिसमें सेना द्वारा पाकिस्तान (Pakistan) और पीओके (PoK – Pakistan Occupied Kashmir) में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया जबरदस्त एक्शन दिखाया गया है। यह वीडियो पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले (Terrorist Attack) के बाद भारतीय सेना के जवाब को दर्शाता है, जिसमें सेना ने दिखा दिया कि भारत (India) अब हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
वीडियो में सेना की वेस्टर्न कमांड (Western Command) यह कहती नजर आती है कि “यह बदले की भावना नहीं, न्याय था। सबक ऐसा सिखाएंगे कि इनकी पीढ़ियां याद रखेंगी।” रात करीब 9 बजे जिस पोस्ट से दुश्मन ने हमला किया था, सेना ने उसे पूरी तरह मिटा दिया। यह वीडियो न सिर्फ आतंकियों के लॉन्चिंग पैड्स (Launching Pads) को तबाह करते हुए दिखाता है, बल्कि पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) की पोस्ट्स को भी ध्वस्त करते हुए दर्शाता है।
Planned, trained & executed.
Justice served.@adgpi@prodefencechan1 pic.twitter.com/Hx42p0nnon
— Western Command – Indian Army (@westerncomd_IA) May 18, 2025
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने शनिवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की राजनीतिक और कूटनीतिक सोच को पूरी तरह बदल दिया है और दुनिया इसका साक्षी बन चुकी है। जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir) के उधमपुर (Udhampur) से लोकसभा सदस्य एवं मंत्री सिंह ने “कश्मीर क्रॉनिकल्स (Kashmir Chronicles)” पुस्तक के विमोचन समारोह में यह बात कही। उन्होंने बताया कि सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) द्वारा पाकिस्तान को खुश करने के उद्देश्य से जल्दबाज़ी में की गई थी।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि 2019 के पुलवामा (Pulwama) हमले के बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) जैसे बड़े कदम उठाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सेनाओं को पेशेवर विवेक के अनुसार कार्रवाई करने की पूरी छूट दी। उन्होंने कहा कि यह पहले की सरकारों के विपरीत था, जब सेना को सीमित स्वतंत्रता दी जाती थी और बड़े निर्णय के लिए नई दिल्ली (New Delhi) की मंजूरी जरूरी होती थी।
उन्होंने यह भी कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद, पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के बुनियादी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की गई थी। यह ऑपरेशन अब तक की सैन्य नीति में बदलाव का प्रतीक बन गया है।






