Rohini Acharya JDU Offer: बिहार की सियासत में इन दिनों जो हो रहा है, उसने पारिवारिक रिश्तों और राजनीतिक मर्यादाओं दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। लालू यादव के आंगन में लगी आग अब बुझती नहीं दिख रही, क्योंकि खुद उनकी लाडली बेटी रोहिणी आचार्य ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है। इस पारिवारिक कलह के बीच अब सत्ताधारी पार्टी जेडीयू ने एक ऐसा दांव चल दिया है, जिसने आरजेडी खेमे में खलबली मचा दी है।
जेडीयू की एंट्री से बदला खेल
लालू परिवार में छिड़े इस ‘गृह युद्ध’ में अब नीतीश कुमार की पार्टी JDU की धमाकेदार एंट्री हो गई है। जहां एक तरफ रोहिणी आचार्य अपने भाई तेजस्वी यादव और परिवार पर गंभीर आरोप लगा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ जेडीयू ने रोहिणी को सुरक्षा (Security) देने की बड़ी पेशकश कर दी है। जेडीयू के इस कदम के बाद से आरजेडी ने चुप्पी साध ली है, लेकिन सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
संजय झा ने दिया बड़ा भरोसा
जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि नीतीश सरकार के लिए महिलाओं की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है। संजय झा ने कहा, “हम निश्चित रूप से रोहिणी की टिप्पणियों पर ध्यान देंगे। अगर एक बेटी अपने अधिकार मांग रही है, तो हम उसे पूरी तरह से सुरक्षा (Security) प्रदान करेंगे।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि चुनाव जीतने में महिला वर्ग की भूमिका सबसे अहम होती है, इसलिए उनकी सरकार किसी भी बेटी की अनदेखी नहीं कर सकती।
रोहिणी का वह भावुक पोस्ट
यह पूरा मामला तब और गरमा गया जब रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक दिल दहला देने वाला Post लिखा। उन्होंने लिखा, “हर बेटी को यह आश्वासन के साथ बड़े होने का अधिकार है कि उसका मायका एक सुरक्षित जगह है, जहां वह बिना किसी डर, अपराधबोध, शर्म या किसी को सफाई दिए बिना वापस आ सकती है।” रोहिणी ने इसे केवल प्रशासनिक दायित्व नहीं, बल्कि महिलाओं को शोषण से बचाने का एक जरूरी कदम बताया।
किडनी दान पर भी हुआ विवाद
रोहिणी आचार्य का गुस्सा सिर्फ पोस्ट तक सीमित नहीं है। उन्होंने अपने भाई तेजस्वी यादव पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। रोहिणी का कहना है कि तेजस्वी ने उन्हें Kidney Donation को लेकर काफी भला-बुरा कहा और गंदी-गंदी गालियां दीं। बता दें कि रोहिणी ने पिछले महीने ही अपने माता-पिता का घर छोड़ने, परिवार से रिश्ते तोड़ने और Politics छोड़ने की घोषणा की थी, जिसके बाद से ही वह लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं।
जानें पूरा मामला
बिहार के सबसे रसूखदार सियासी परिवार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। रोहिणी आचार्य, जिन्होंने अपने पिता लालू यादव को किडनी देकर नई जिंदगी दी थी, आज वही रोहिणी अपने परिवार के खिलाफ खड़ी हैं। उनका आरोप है कि मायके में उन्हें सम्मान और सुरक्षा नहीं मिल रही। इस पारिवारिक लड़ाई को अब जेडीयू ने लपक लिया है और ‘बेटी की सुरक्षा’ का मुद्दा बनाकर आरजेडी को घेरने की कोशिश कर रही है।
मुख्य बातें (Key Points)
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जेडीयू ने रोहिणी आचार्य को सुरक्षा (Security) मुहैया कराने का ऑफर दिया है।
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संजय झा ने कहा कि सरकार महिलाओं की चिंताओं पर गंभीरता से विचार करेगी।
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रोहिणी ने सोशल मीडिया पर ‘मायके की सुरक्षा’ को लेकर भावुक अपील की।
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तेजस्वी यादव पर किडनी दान को लेकर अपमानित करने का आरोप लगाया गया है।






