नई दिल्ली, 30 अगस्त (The News Air)
Krishna Janmashtami News: कानपुर देहात का शिवली थाना वैसे तो यह थाना बड़े अपराध और अपराधियों के नाम से जाना जाता है. यह वही थाना है. शिवली थाने का इतिहास भी काफ़ी पुराना है लेकिन इन दिनों यह था ना एक बार फिर से चर्चा में आ गया है. चर्चा भी ऐसी क्यों साक्षात भगवान श्री कृष्ण से जुड़ी है. आइए हम आपको ले चलते हैं थाने के अंदर और दिखाते हैं वह राज़ जो पिछले 19 सालों से इस थाने में राज़ बना हुआ है. दरअसल, आपको बता दें कि द्वापर में कारावास में जन्म में भगवान श्री कृष्ण कलयुग के कारावास को अभी भी काट रहे हैं.
यह बात सुनकर आपको हैरानी तो होगी ही लेकिन हक़ीक़त यही है की भगवान श्री कृष्ण पिछले 19 वर्षों से कानपुर देहात के इस थाने थाने में क़ैद हैं और भगवान श्री कृष्ण की रिहाई क़ानूनी दांव पेंच के चक्रव्यूह में फंस गई है. दरअसल, मामला यह है कि कानपुर देहात के शिवली क्षेत्र में बने इस राधा कृष्ण मंदिर में भगवान कृष्ण और राधा विराजमान थे.
भगवान श्री कृष्ण की यह मूर्ति अष्ट धातु से निर्मित थी और लोगों की यह धारणा थी की यह मूर्ति ख़ुदाई में निकली थी और क़रीब डेढ़ सौ साल पुरानी है इस मंदिर से लोगों का आस्था और विश्वास का नाता लगातार बना हुआ था. बड़ी सी बड़ी मनोकामना इस मंदिर में भगवान कृष्ण के दरबार में पूरी होती थी और पूरे होते थे लोगों की अधूरी किस्मत की पूरी कहानी.
एक दिन कानपुर देहात के ही एक शख़्स ने लालच के चलते भगवान श्री कृष्ण और राधा की इस अष्टधातु निर्मित मूर्ति को चुरा लिया. जिससे 19 साल पहले इस इलाक़े में सनसनी फैल गई. क्योंकि करोड़ों रुपए की इस मूर्ति की क़ीमत आंकी गई थी और मूर्ति के यूं चोरी हो जाने से लो और स्थानी पुलिस अतिथि लेकिन ईश्वर की महिमा कहें या उसका चमत्कार एक रोल एक शख़्स ने ख़ुद ही थाने में आकर अपना चोरी का इक़बाल या जुर्म क़ुबूल कर लिया और यह बता दिया कि उसने मूर्ति कहां पर छुपाई थी.
पुलिस भी इस बात को लेकर हैरत में थी कि आख़िर चोरी करने वाला शख़्स ख़ुद थाने में आकर अपना जुर्म कैसे क़ुबूल कर रहा है जिसके बाद पूछने पर यह पता चला किशोर को सपने में भगवान श्रीकृष्ण दिखाई दिए थे और उन्होंने ही उसे इस जुर्म को क़ुबूल ने के लिए विवश कर दिया.
हालांकि, पुलिस चोर की कहानी पर विश्वास करने को तैयार नहीं थी लेकिन चोर चोरी की गई मूर्ति बरामती के पास पुलिस की जान में जान आ गई, हालांकि पुलिस ने चोर को जेल भेज कर मुक़दमा पंजीकृत कर दिया तभी से यह मूर्ति भगवान कृष्ण की कानपुर देहात के शिवली थाने में क़ैद है.
न्यायालय में चोर को ज़मानत तो दे दी क्योंकि न्यायालय के सामने चोर की मानसिक मनोदशा संतुलित नहीं दिख रही थी. जिसके बाद चोर ने ज़मानत पर सूट तो गया लेकिन न्यायिक प्रक्रिया के चलते मूर्ति अपने उचित स्थान पर स्थापित नहीं हो पाई. हालांकि, चोरी का यह मुक़दमा पिछले 19 वर्षों से कानपुर देहात की कोर्ट में विचाराधीन है. जिसके चलते भगवान श्री कृष्ण और राधा की यह अद्भुत और बेशक़ीमती मूर्ति थाने के माल गोदाम में धूल खा रही है.
साल में एक बार पढ़ने वाले भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव पर यानी कि जन्माष्टमी के दिन थाने के सभी पुलिसकर्मी इस मूर्ति को माल गोदाम से निकालकर इसकी पूजा-अर्चना भी करते हैं. लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है की चोरी करने वाला शख़्स सलाख़ों के बाहर है और सब को सुख समृद्धि देने वाले भगवान श्री कृष्ण और राधा की अद्भुत मूर्ति अभी भी कारावास भुगत रही है.