Ongole Breed Cow : आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की ओंगोल नस्ल (Ongole Breed) की एक खास गाय वियातिना-19 (Viatina-19) ब्राजील (Brazil) में 4.82 मिलियन डॉलर (लगभग 41 करोड़ रुपये) में नीलाम हुई। इस बिक्री के साथ ही यह दुनिया की सबसे महंगी गाय बन गई है। इससे पहले जापान (Japan) की प्रसिद्ध वाग्यू (Wagyu) नस्ल को सबसे महंगी गाय माना जाता था, लेकिन ओंगोल गाय ने नया इतिहास रच दिया है।
ओंगोल नस्ल मूल रूप से आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले (Prakasam District) की देसी गायों में से एक है, जो अपनी बेहतरीन आनुवंशिकी (Genetics) और ताकत के लिए प्रसिद्ध है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने इस ऐतिहासिक बिक्री पर खुशी जाहिर की और सोशल मीडिया पर लिखा, “ओंगोल ने विश्व मंच पर अपनी ताकत दिखाई – इसने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 41 करोड़ रुपये की कमाई की, जिससे दुनिया के सामने आंध्र प्रदेश की समृद्ध पशुधन विरासत का प्रदर्शन हुआ!” उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ओंगोल नस्ल के संरक्षण और डेयरी किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ ओंगोल गाय का नाम
यह पहली बार नहीं है जब ओंगोल गाय ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी हैं। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Records) में भी इस गाय का नाम दर्ज किया गया है। यह नस्ल दूध उत्पादन और मांसपेशियों की मजबूती के कारण डेयरी बिजनेस (Dairy Business) के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है। इसकी शारीरिक बनावट, गर्मी सहने की क्षमता और प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता इसे अन्य नस्लों से अलग बनाती है। यही वजह है कि ओंगोल गाय की दुनियाभर में मांग बनी हुई है।
Ongole Bull shows its strength on the world stage – this one fetched 41Cr in an international market showcasing AP's rich livestock heritage to the world! The Ongole cattle is renowned for its superior genetics, strength and endurance. GoAP is working to conserve this breed and…
— N Chandrababu Naidu (@ncbn) February 13, 2025
पहले भी ऊंचे दामों पर हुई है ओंगोल गाय की नीलामी
ओंगोल नस्ल की गायों की नीलामी अक्सर ब्राजील और अन्य देशों में होती रहती है। इससे पहले 2023 में ब्राजील के अरंडू (Arandu) में हुई एक नीलामी में वियातिना-19 4.3 मिलियन डॉलर में बिकी थी। पिछले साल इसकी कीमत 4.8 मिलियन डॉलर तक पहुंच गई, जिससे यह दुनिया की सबसे महंगी गाय बन गई। यह साफ दर्शाता है कि ओंगोल गाय की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कितनी बड़ी कीमत है।
भारत में ओंगोल नस्ल संकट में, लेकिन विदेशों में मुनाफा
आश्चर्य की बात यह है कि जहां भारत में ओंगोल नस्ल की गायों की संख्या कम होती जा रही है, वहीं विदेशों में इसका जबरदस्त व्यापार हो रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में इस नस्ल के संरक्षण की जरूरत है, क्योंकि ब्राजील जैसे देशों ने ओंगोल के बेहतरीन जर्मप्लाज्म (Germplasm) से काफी मुनाफा कमाया है। भारत को भी इस नस्ल के संरक्षण और प्रजनन पर ध्यान देना चाहिए, जिससे यहां के डेयरी किसानों को भी इसका पूरा लाभ मिल सके।