बेंगलुरु की हेल्थियम मेडटेक के अधिग्रहण की दौड़ में केकेआर सबसे आगे हैं। हेल्थियम मेडटेक मेडिकल डिवाइसेज बनाने वाली कंपनी है। इसमें एपेक्स पार्टनर्स का निवेश है, जिसे केकेआर का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। इस डील के लिए हेल्थियम मेडटेक की वैल्यू 75-85 करोड़ डॉलर हो सकती है। मामले से जुड़े कई सूत्रों ने इस बारे में मनीकंट्रोल को बताया। मनीकंट्रोल ने सबसे पहले 7 मार्च को बताया था कि अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म हेल्थियम मेडटेक में बड़ी हिस्सेदारी खरीदना चाहती है।
इस बारे में जानकारी देने वाले एक सूत्र ने कहा, “सभी पक्षों की तरफ से लगाई गई बोली के बाद केकेआर सबसे आगे चल रही है। वह बोली लगाने वाली दो प्रमुख फर्मों से आगे है। एपेक्स करीब छह साल के बाद हेल्थियम मेडटेक में अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहती है।” बोली लगाने वाली दूसरी फर्मों में क्रिसकैपिटल और मैनकाइंड फार्मा का कंसोर्शियम शामिल था। इसके अलावा डेनमार्क की नोवो नोरडिस्क ने भी हेल्थियम मेडटेक के अधिग्रहण में दिलचस्पी दिखाई थी।
ब्रिटिश प्राइवेट इक्विटी फर्म एपेक्स पार्टनर्स (Apax Partners) ने 2018 में निवेशकों से हेल्थियम मेडटेक को खरीदा था। इसके निवेशकों में टीपीजी ग्रोथ और सीएक्स पार्टनर्स शामिल थीं। तब इस फर्म की वैल्यू करीब 35 करोड़ डॉलर लगाई गई थी। इस डील की जानकारी रखने वाले एक दूसरे सूत्र ने बताया कि इस डील के एग्रीमेंट पर जल्द हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इस डील के बारे में जानकारी देने वाले दोनों ही सूत्रों ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर यह बताया।
केकेआर का हेल्थियम मेडटेक के साथ पहले से बिजनेस रिलेशन है। दरअसल, हेल्थियम मेडटेक ने दिसंबर 2022 में यूके की अपनी सब्सिडियरी को केकेआर को बेचने के लिए समझौता किया था। हेल्थियम मेडटेक की डील के बारे में पूछने पर Apax Partners ने कुछ बताने से इनकार कर दिया। KKR ने भी कहा कि वह मार्केट में चल रही अटकलों पर टिप्पणी नहीं करती है।
मनीकंट्रोल ने 7 मार्च की अपनी रिपोर्ट में संकेत दिया था कि हेल्थियम मेडटेक में हिस्सेदारी खरीदने में कई बड़ी फर्में दिलचस्पी दिखा सकती हैं। इसकी वजह यह है कि मेडिकल डिवाइसेज बिजनेस में इस साइज के ज्यादा प्लेयर्स नहीं हैं। मनीकंट्रोल ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि हेल्थियम मेडटेक एक तरह से इंदिरा आईवीएफ की तरह है, जिसका मार्जिन ज्यादा, आरओसी हाई है और ग्रोथ अच्छी है। पिछले साल EQT ने इंदिरा आईवीएफ में निवेश करने का ऐलान किया था। यह इंडिया की सबसे आईवीएफ स्पेशियलिटी क्लिनिक चेन है।