नई दिल्ली (New Delhi), 24 जनवरी (The News Air): डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के शपथ ग्रहण समारोह में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) की मौजूदगी पर भारत ने गंभीर ऐतराज जताया है। विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (Randhir Jaiswal) ने शुक्रवार को कहा कि भारत इस मामले को अमेरिका (USA) के सामने मजबूती से उठाएगा।
यह घटना 20 जनवरी को हुई, जब ट्रंप ने अपने कार्यकाल की शपथ ली। पन्नू, जो खालिस्तान समर्थक आतंकवादी और ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (SFJ) संगठन का प्रमुख है, शपथ समारोह में नजर आया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसमें वह ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ (Khalistan Zindabad) के नारे लगाते हुए देखा गया।
भारत का सख्त रुख
रणधीर जायसवाल ने प्रेस वार्ता में कहा,“जब भी भारत विरोधी गतिविधियां होती हैं, हम उन्हें गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। हमारी प्राथमिकता राष्ट्रीय सुरक्षा है और इसमें कोई समझौता नहीं होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत लगातार इस बात को सुनिश्चित करेगा कि आतंकवादी तत्वों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर जगह न मिले।
क्या है पन्नू का मामला?
गुरपतवंत सिंह पन्नू, जो कनाडा और अमेरिका की दोहरी नागरिकता रखता है, भारत में वांछित है और खालिस्तान आंदोलन का बड़ा चेहरा माना जाता है। भारत ने उसे आतंकवादी घोषित किया है और उसके खिलाफ कई वारंट जारी हैं।
- 20 जनवरी 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में पन्नू मौजूद था।
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, पन्नू ने समारोह में शामिल होने के लिए टिकट खरीदा था।
- वीडियो फुटेज में उसे ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए देखा गया, जबकि बाकी भीड़ ‘यूएसए, यूएसए’ के नारे लगा रही थी।
भारत का विरोध क्यों?
भारत ने हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ अपनाई है।
- खालिस्तान समर्थक गतिविधियां (Khalistan Activities) भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानी जाती हैं।
- पन्नू जैसे आतंकवादियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर जगह मिलना भारत के लिए चिंता का विषय है।
रणधीर जायसवाल ने कहा, “हम अमेरिका से यह सुनिश्चित करने की अपेक्षा करते हैं कि भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त कोई भी व्यक्ति ऐसे कार्यक्रमों का हिस्सा न बने।”
पन्नू का एजेंडा और विवाद
गुरपतवंत सिंह पन्नू लंबे समय से भारत विरोधी गतिविधियों में सक्रिय है।
- वह ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (Sikhs For Justice) संगठन के माध्यम से खालिस्तान जनमत संग्रह (Khalistan Referendum) चलाने की कोशिश करता रहा है।
- पन्नू ने भारत सरकार पर अक्सर झूठे आरोप लगाए हैं और दुनियाभर में भारत विरोधी प्रचार किया है।
क्या है वायरल वीडियो में?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में:
- स्टेज पर डोनाल्ड ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया (Melania Trump) नजर आते हैं।
- भीड़ ‘यूएसए, यूएसए’ के नारे लगा रही है।
- इसी दौरान कैमरे में पन्नू कैप पहने और खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाते दिखता है।
यह वीडियो भारत में नाराजगी का कारण बना है।
भारत की उम्मीदें अमेरिका से
भारत सरकार को उम्मीद है कि अमेरिका इस मामले को गंभीरता से लेगा।
- भारत पहले भी आतंकवाद और कट्टरपंथ (Terrorism and Extremism) पर अमेरिका के साथ बातचीत करता रहा है।
- विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत विरोधी तत्वों को किसी तरह का समर्थन न मिले।
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ समारोह में पन्नू की मौजूदगी ने भारत-अमेरिका संबंधों पर एक नई बहस छेड़ दी है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस तरह की भारत विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि अमेरिका इस मुद्दे पर क्या कदम उठाता है और कैसे भारत की चिंताओं को दूर करता है।
क्या आप इस मामले में अमेरिका से और सख्त कदम की उम्मीद करते हैं? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं।