The News Air- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पहली गारंटी के तौर पर 300 यूनिट तक मुफ़्त बिजली की घोषणा की ही थी कि विपक्षियों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने मुफ़्त बिजली की घोषणा के साथ ही सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है। घोषणा के तुरंत बाद आम आदमी पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने भगवंत मान की घोषणा पर सवालों की बौछार करते हुए कई सवाल पूछ डाले हैं।
सुखपाल सिंह खैहरा ने अपने सवाल अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए हैं। उन्होंने सूबे के मुखिया से 300 यूनिट मुफ़्त बिजली को लेकर पूछा है कि 300 यूनिट मुफ़्त बिजली प्रथम अप्रैल से ही लागू क्यों नहीं की?…. जुलाई से इसकी शुरूआत क्यों?….. क्या ख़ज़ाना ख़ाली है, पैसे के प्रबंधन का कोई ईशू है?…..उन्होंने घोषणा पर सवाल खड़ा किया कि 300 यूनिट तो सरकार ने मुफ़्त कर दिए हैं, लेकिन यदि 301 यूनिट ख़र्च हो जाते हैं तो क्या बिल पूरा आएगा या फिर 300 यूनिट घटाने के बाद बिल आएगा?
उन्होंने भगवंत मान से अपने ट्वीट में कहा है कि कृप्या वह इसे पूरी तरह से स्पष्ट करें कि 301 यूनिट ख़र्च होने पर क्या बिल पूरा आएगा? इसके अलावा खैहरा ने राज्य में निशुल्क बिजली पर चल रहे खेतों के ट्यूबवेल को लेकर भी भगवंत मान से सवाल किए हैं। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से पूछा है कि अंत में वह यह भी बता दें कि राज्य में ट्यूबवेल पर सब्सिडी जारी रहेगी या फिर उसे भी ख़त्म करने पर कोई योजना बनने जा रही है।
सवालों के बाद खैहरा होने लगे ट्रोल
ट्विटर हैंडल पर 300 यूनिट मुफ़्त बिजली की घोषणा पर सवाल उठाने के बाद खैहरा ट्रोल होने लगे हैं। हरप्रीत ने लिखा…शुक्र है खैहरा सूबे के मुख्यमंत्री नहीं हैं….नहीं तो जनता को एक ही दिन में सारे सरप्राइज दे देते। खैहरा जी अब तो गंदी पॉलिटिक्स छोड़कर पंजाब का साथ दीजिए। कोशिश करिए हो जाएगा। कनिष्क तिवारी ने लिखा…आपको एलओपी नहीं बनाया कांग्रेस…..कोई कमी रह गई होगी आप में। एक ने लिखा है यह सवाल साढ़े तीन लाख का क़र्ज़ पंजाब के सिर पर चढ़ाने वालों को पूछने का कोई हक़ नहीं है। बहुत सारे लोगों ने ट्वीट में लिखा है, सही में कांग्रेसी पप्पू ही हैं।