Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का प्रचार ‘जंगल राज’ की यादों के इर्द-गिर्द केंद्रित होता जा रहा है। गुरुवार को मुजफ्फरपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने RJD और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। पीएम मोदी ने RJD समर्थकों के बीच वायरल हो रहे भोजपुरी गानों का जिक्र किया, जिनमें ‘कट्टा’, ‘छर्रा’ और ‘रंगदार’ जैसे हिंसक शब्दों का इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने इन गानों को 1990 के दशक के ‘जंगल राज’ की मानसिकता का प्रतीक बताया।
पीएम मोदी का ‘पांच K’ अटैक प्रधानमंत्री ने RJD-कांग्रेस गठबंधन पर हमला करते हुए ‘पांच K’ का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “ये ‘पांच K’ हैं- कट्टा (यानी कानून-व्यवस्था की कमी), क्रूरता, कटुता, कुशासन और करप्शन।”
पीएम ने स्पष्ट कहा, “आप RJD और कांग्रेस के खतरनाक नारे सुन रहे होंगे। इनके गानों में छर्रा, कट्टा, दुनाली शामिल हैं। ये इनकी सोच को दर्शाते हैं।” उन्होंने जनता से सवाल पूछा, “क्या बिहार को ऐसी हिंसक पहचान चाहिए?” मोदी ने RJD शासनकाल के दौरान कथित 35,000-40,000 अपहरण और वाहन शोरूमों की लूट की घटनाओं की याद दिलाते हुए मतदाताओं को सतर्क रहने की चेतावनी दी।
मामले की पृष्ठभूमि: क्यों चर्चा में हैं ये भोजपुरी गाने? यह पूरा विवाद उन भोजपुरी गानों से शुरू हुआ है, जिन्हें RJD समर्थक सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव की ‘यादव राज’ की वापसी के तौर पर शेयर कर रहे हैं। इनमें ‘जब तेजस्वी की सरकार बनतो, तब यादव रंगदार बनतो…’ गाना सबसे ज्यादा वायरल है। इन गानों के वीडियो में कथित तौर पर युवा ‘कट्टा’ (देसी पिस्तौल) लहराते दिखते हैं, जिसे NDA ‘गुंडागर्दी’ का प्रतीक बता रहा है।
एक अन्य गाने ‘भैया के आवे दे सत्ता में, रे उठा लेब सटा के कट्टा घरा से रे…’ ने भी विवाद खड़ा कर दिया है। जहाँ RJD कार्यकर्ता इसे ‘सामाजिक न्याय’ की अभिव्यक्ति बता रहे हैं, वहीं BJP इसे ‘जंगल राज 2.0’ की खुली धमकी करार दे रही है।
जातीय समीकरण का नफा-नुकसान बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण हमेशा से हावी रहे हैं। RJD का मुख्य वोट बैंक यादव समुदाय (आबादी का लगभग 14%) इन गानों को अपनी राजनीतिक आकांक्षाओं के तौर पर देख रहा है। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि ‘यादव राज’ का यह नैरेटिव RJD के लिए दोधारी तलवार साबित हो सकता है।
‘यादव राज’ का डर दिखाकर BJP अन्य जातियों (जैसे सवर्ण, अति-पिछड़ा और दलित) को अपने पक्ष में लामबंद करने की कोशिश करती रही है। यही वजह थी कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में सिर्फ 5 यादवों को टिकट दिया और उन्हें इसका फायदा भी मिला। लेकिन बिहार में RJD ने 51 (कुल सीटों का एक तिहाई) टिकट यादवों को दिए हैं, जिसने NDA को ‘यादव राज’ के मुद्दे को उठाकर बाकी जातियों को एकजुट करने का एक बड़ा मौका दे दिया है।
खबर की मुख्य बातें (Key Points)
- PM मोदी ने मुजफ्फरपुर रैली में RJD के चुनावी गानों पर हमला बोला, जिनमें ‘कट्टा’ और ‘रंगदार’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल हुआ है।
- मोदी ने इन गानों को ‘जंगल राज’ की वापसी का संकेत बताया और ‘पांच K’ (कट्टा, क्रूरता, करप्शन) के जरिए RJD को घेरा।
- RJD समर्थक ‘जब तेजस्वी की सरकार बनतो, तब यादव रंगदार बनतो…’ जैसे गाने शेयर कर रहे हैं, जिन्हें BJP ‘गुंडागर्दी’ बता रही है।
- RJD द्वारा 51 यादवों को टिकट देने से NDA को ‘यादव राज’ का डर दिखाकर अन्य जातियों को एकजुट करने का मौका मिल गया है।






