The News Air- (चंडीगढ़) सिखों के ख़िलाफ़ की गई टिप्पणी के विरोध में किसानों ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट को पंजाब में घेर लिया है। पहले यह घेराव चंडीगढ़-ऊना नेशनल हाइवे पर कीरतपुर साहिब में किया गया। जिसके बाद वहाँ कंगना गाड़ी से बाहर निकली और माफ़ी माँगी।
इसके बाद उनका रोपड़ में टोल प्लाज़ा पर विरोध के लिए किसान इकट्ठा हो गए। इसका पता चलते ही पुलिस ने टोल से 200 मीटर पहले क़ाफिले को मोरिंडा के गांवों में घुसा दिया। गांवों के रास्ते फिर उन्हें हाइवे पर लाया गया। कंगना ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर इसे मॉब लिंचिंग क़रार दिया। अब किसान मोहाली में विरोध करने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं।
कंगना हिमाचल में अपने घर से मुंबई के लिए रवाना हुई थी। जब कंगना का क़ाफिला चंडीगढ़-ऊना हाइवे पर पहुंचा तो वहाँ पहले से किसान जमा थे। उन्होंने पुलिस से पूछा और पता चला कि गाड़ी में कंगना रनोट भी बैठी हुई है। इसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कंगना की गाड़ी घेर ली।
पंजाब पुलिस के बताने पर चला किसानों को पता
जिस वक़्त घेराव हुआ, कंगना के आगे उनकी सिक्योरिटी की पायलट के साथ आगे पंजाब पुलिस की भी दो गाड़ियां लगी हुई थी। इसके बावज़ूद पुलिस विरोध को नहीं रोक सकी। वह लगातार मांग कर रहे हैं कि कंगना अपनी गाड़ी से बाहर निकले और पंजाबियों और ख़ासकर सिखों और महिलाओं से माफ़ी मांगे।
किसान आंदोलन की खालिस्तानी आंदोलन से की तुलना
कंगना रनोट किसान आंदोलन के विरोध में रही। कुछ समय पहले उन्होंने किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से कर दी थी। उनके ख़िलाफ़ मुंबई में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का केस भी दर्ज़ हुआ था। उन्होंने किसान आंदोलन को मिले इंटरनेशनल सपोर्ट को भारत के टुकड़े करने की साज़िश भी क़रार दिया था।
मेरी मॉब लिंचिंग हो रही : कंगना
कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर कहा कि ख़ुद को किसान कहने वालों ने मुझे घेर लिया है। मुझे गाली दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। पुलिस होने के बावज़ूद मुझे रोका गया है। उन्होंने कहा कि भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा। मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। मैं कोई नेता नहीं हूं और न ही कोई पार्टी चलाती हूं।