Electoral Reforms : चुनावी सुधारों पर संसद में एक नई सांसद ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने प्रियंका गांधी के उस बयान पर आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने ‘पुरानी बातें’ न करने की बात कही थी, साथ ही कांग्रेस के चरित्र और लोकतंत्र के प्रति उनके रवैये पर तीखे सवाल खड़े किए।
संसद में चुनावी सुधारों पर बोलने का मौका मिलने पर एक नई सांसद ने कहा कि यह उनके लिए खास है, क्योंकि विपक्ष से संबंधित उनका पिछला एक साल “बहुत ही ज्यादा चिंताजनक” और “ट्रोमेटिक” रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष ने संसद को चलने नहीं दिया और हर दिन तमाशा किया।
“हमारा दिल दहल जाता था इनको देखकर”
सांसद ने कहा कि विपक्ष के हंगामे और बदतमीजी से उनका दिल दहल जाता था। उन्होंने वेल में उतरकर, डराने, धमकाने और धक्का-मुक्की करने जैसे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने लगभग पूरे साल संसद भवन को नहीं चलने दिया, जबकि वे जनता के प्रतिनिधि के रूप में सीखने और जनता की आवाज उठाने आते हैं।
राहुल गांधी के ‘खादी’ वाले बयान पर कटाक्ष
सांसद ने राहुल गांधी, जो उस समय नेता प्रतिपक्ष थे, के एक बयान पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी से ‘पॉइंट की बात’ करने को कहा गया, तो उन्होंने ‘खादी, खादी में धागे, धागे में लोग’ जैसी बातें कीं। सांसद ने इसे ‘ग्रैंड रेवोल्यूशन’ की बजाय सिर्फ एक दिखावा बताया।
विदेशी महिला की तस्वीर उछालने पर माफी
सांसद ने इस बात पर गहरा खेद व्यक्त किया कि सदन में बिना किसी सबूत के एक “अंतर्राष्ट्रीय मूल की महिला” की तस्वीर उछाली गई। उन्होंने कहा कि उस महिला ने कई बार सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया है कि वह कभी भारत नहीं आईं और उनका हरियाणा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। सांसद ने सदन की तरफ से उस महिला से माफी मांगी और इसे ‘पर्सनालिटी राइट्स’ का उल्लंघन बताया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस हमेशा महिलाओं का अपमान करती है, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी कई योजनाएं चला रहे हैं।
“पीएम ईवीएम हैक नहीं करते, लोगों के दिल हैक करते हैं”
सांसद ने कांग्रेस के ईवीएम हैकिंग के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ईवीएम हैक नहीं करते, बल्कि लोगों के दिलों को हैक करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पुरानी ‘कागज पर मतदान’ वाली व्यवस्था को अच्छा बताती है, लेकिन वो इंदिरा गांधी बनाम राज नारायण के ‘द केस दैट शुक द नेशन’ को भूल गए।
इंदिरा गांधी के चुनाव धांधली का जिक्र
सांसद ने 1975 के इंदिरा गांधी बनाम राज नारायण मामले का जिक्र करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी पर वोट चोरी और धांधली के आरोप लगे थे, जो कोर्ट में सिद्ध हुए थे। इसके बाद उन्हें रातोंरात कुर्सी छोड़नी पड़ी थी और चुनाव लड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस उस समय बैलेट बॉक्स उठाकर ले जाती थी और अब ईवीएम पर सवाल उठाती है।
नागरिकता और वोटिंग का मुद्दा
सांसद ने प्रियंका गांधी के ‘पुरानी बातें छोड़ो’ वाले बयान पर दोबारा हमला करते हुए कहा कि उनकी माताजी (सोनिया गांधी) जो वर्तमान में अध्यक्ष हैं, उनकी नागरिकता 1983 में आई थी, लेकिन वह उससे कई साल पहले से वोट देती आ रही थीं। उन्होंने इसे ‘एनटाइटलमेंट से ग्रस्त’ परिवार बताया और कहा कि कांग्रेस ने कभी देश के कानून और संविधान का सम्मान नहीं किया।
बिहार में 60 लाख ‘अवैध’ वोटर कार्ड रद्द
सांसद ने बिहार में ‘एसआईर’ (संभवतः इलेक्टोरल रोल शुद्धिकरण) लागू होने के बाद हुए चुनावी सुधारों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि बिहार में 60 लाख से ज्यादा “अवैध” वोटर कार्ड रद्द किए गए। इनमें घुसपैठिए, माइग्रेट हो चुके लोग और जो इस दुनिया में नहीं हैं, ऐसे लोग शामिल थे। इस प्रक्रिया के बाद बिहार में 67% वोटिंग हुई, जिससे नागरिकों में उत्साह जगा।
‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का प्रस्ताव
सांसद ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का पुरजोर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हर महीने-दो महीने में होने वाले चुनावों से देश को 10,000 करोड़ से ज्यादा का भारी नुकसान होता है। इसके साथ ही, यह नागरिकों में ‘वोटिंग फटीक’ पैदा करता है, क्योंकि उन्हें बार-बार अपने मूल स्थानों पर जाकर मतदान करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ से लोकतंत्र को एक उत्सव के रूप में मनाया जा सकेगा, जैसे दिवाली और होली होती है।
मुख्य बातें (Key Points)
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नई सांसद ने प्रियंका गांधी के ‘पुरानी बातें छोड़ो’ वाले बयान पर कांग्रेस पर साधा निशाना।
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विपक्ष पर संसद में हंगामे और ‘बदतमीजी’ करने का आरोप लगाया।
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एक ‘विदेशी महिला’ की तस्वीर उछालने के लिए सदन की तरफ से माफी मांगी।
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‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को देश के लिए फायदेमंद बताया और इसका समर्थन किया।






