Kamal Kaur Bhabhi Murder Case : पंजाब (Punjab) के लुधियाना (Ludhiana) की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी (Kamal Kaur Bhabhi) की सनसनीखेज हत्या के मामले ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने इस हत्या मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य साजिशकर्ता निहंग अमृतपाल सिंह मेहरों (Nihang Amritpal Singh Mehro) अब भी फरार है।
कमल कौर उर्फ कंचन कुमारी (Kanchan Kumari) की हत्या की जिम्मेदारी खुद अमृतपाल सिंह ने सोशल मीडिया पर लेते हुए पोस्ट किया कि खालसा (Khalsa) महिलाओं पर हाथ नहीं उठाता, लेकिन जिसने तख्तों पर हमला किया, उसे सज़ा दी गई। उसने कहा कि कमल कौर ने सिख संस्कृति और ‘कौर’ नाम का दुरुपयोग किया था और उसी के चलते उसे मारने का फैसला किया गया।
जानकारी के अनुसार, कमल कौर भाभी को कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट करने को लेकर धमकियां मिल चुकी थीं। अमृतपाल ने भी उसे खुली चेतावनी दी थी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पूरी साजिश का खुलासा किया गया।
अपनी ही कार में मिला शव
30 वर्षीय कंचन की लाश बुधवार रात बठिंडा (Bathinda) के आदेश मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (Adesh Medical College and Hospital) की पार्किंग में खड़ी उसकी ही कार से मिली। जब कार से बदबू आने लगी तब पार्किंग स्टाफ ने पुलिस को बुलाया। पुलिस की निगरानी में कार खोली गई और पिछली सीट पर कंचन का शव सड़ा-गला मिला।
सीसीटीवी फुटेज से सामने आया कि 10 जून की सुबह एक सिख युवक कार पार्क करके भाग गया था, लेकिन लाश का पता 11 जून की शाम चला। कमल कौर 9 जून को अपने घर से यह कहकर निकली थी कि वह बठिंडा में एक प्रमोशनल इवेंट में भाग लेने जा रही है।
पहले भी मिल चुकी थी धमकियां
कमल कौर सोशल मीडिया पर भाभी अवतार में अश्लील रील्स (Obscene Reels) बनाकर काफी लोकप्रिय हो गई थी। लाखों फॉलोवर्स के साथ वह सोशल मीडिया सेंसेशन बन चुकी थी, लेकिन इसी कारण वह कट्टरपंथियों के निशाने पर थी। करीब सात महीने पहले उसे आतंकी अर्श डल्ला (Arsh Dalla) ने भी धमकी दी थी।
शोरूम प्रमोशन के बहाने बुलाया गया बठिंडा
पुलिस के अनुसार, हत्या की साजिश पहले से रची गई थी। बठिंडा पुलिस ने मामले में जसप्रीत सिंह मेहरू (Jaspreet Singh Mehro) निवासी मोगा (Moga) और निमरनजीत सिंह (Nimranjeet Singh) निवासी तरनतारन (Tarn Taran) को गिरफ्तार किया है। एसएसपी अमनदीप कौंडल (SSP Amandeep Kaur Kondal) ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अमृतपाल सिंह ने 8 जून को कंचन से संपर्क कर बठिंडा में शोरूम प्रमोशन का प्रस्ताव दिया था।
9 जून को वह कंचन को लेकर भुच्चो मंडी (Bhucho Mandi) के एक गैराज में पहुंचे, जहां गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। शव को उसकी ही कार में डालकर आदेश यूनिवर्सिटी (Adesh University) की पार्किंग में खड़ा कर दिया गया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि कमल कौर को अश्लील कंटेंट से दूर रहने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन वह नहीं मानी।
गिरफ्तारी की कोशिश जारी
मुख्य आरोपी अमृतपाल सिंह अब भी फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस अब सोशल मीडिया पर दिए गए बयानों और धमकियों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की दिशा में बढ़ रही है। यह मामला न केवल सोशल मीडिया की आज़ादी और ज़िम्मेदारी पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कट्टरपंथ किस हद तक हिंसा में बदल सकता है।