नई दिल्ली,17 अगस्त (The News Air): इजरायल-हमास युद्ध का असर अब वेस्ट बैंक में भी दिखाई देने लगा है। वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों पर हमले की घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि कल्किलिया में फिलिस्तिनियों को निशाना बनाया गया। इसमें एक युवक की मौत हो गई है। इस बीच जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इस घटना की निंदा की है। शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय के प्रवक्ता सुफियान कुदाह ने शरणार्थियों पर हो रहे हमलों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है।
इजरायल को हमलों के लिए ठहराया जिम्मेदार
सुफियान कुदाह ने जोर देकर कहा कि इजरायल इन उल्लंघनों और इसके परिणामस्वरूप होने वाले हमलों के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। इजरायल की एकतरफा आक्रामक नीति के कारण ही ऐसे हालात पैदा हुए, जिससे फिलीस्तीनियों, उनकी जमीन और घरों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। कुदाह ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत इजरायल के जारी उल्लंघन को रोकने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने फिलिस्तीनियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया और 1967 से पहले की सीमाओं पर पूर्वी यरुशलम को अपनी राजधानी के रूप में संप्रभु राज्य के रूप में बनाए रखने का आह्वान किया।
नस्लवादी हमलों को समाप्ती के लिए किया आह्वान
कुदाह ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से नस्लवादी हमलों को समाप्त करने के लिए कड़े कदम उठाने का आह्वान किया। दरअसल, दो दिन पहले वेस्ट बैंक में स्थित कल्किलिया के पूर्व में इजरायली नागरिकों द्वारा एक गांव में हमला किया गया था। इस हमले में एक युवक की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए थे। इस बीच इजरायल के सरकारी मीडिया ने बताया कि गाजा पट्टी में इजरायली सेना की लड़ाई समाप्त हो गई है। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों का हवाला देते हुए, इजरायल के सरकारी स्वामित्व वाले कान टीवी ने कहा कि इजरायल अब गाजा में तभी लौटेगा “जब कोई नई खुफिया जानकारी मिलेगी”, लेकिन सामान्य तौर पर गाजा में इजरायली सेना की कार्रवाई समाप्त हो गई है। इससे पहले ईरान और इजरायल के बीच पहले ही युद्ध की स्थिति बनी हुई थी, इसी बीच हमास ने इजरायल पर ताबड़तोड़ रॉकेट हमले कर दिए। हमास ने घातक M-90 रॉकेट से इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर हमला किया। लेकिन इजरायल की सेना ने आसानी से इन हमलों को नाकाम कर दिया। हमास की शाखा कस्साम ब्रिगेड का कहना है कि यह हमला गाजा में हाल ही में हुए नरसंहारों का बदला लेने के लिए किया गया। आगे और भी हमले जारी रहेंगे।