मार्केट कैप के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस (Reliance) की सब्सिडियरी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services) जल्द ही FTSE (फाइनेंशियल टाइम्ज स्टॉक एक्सचेंज) के कुछ इंडेक्स में शामिल होने वाली है। एफटीएसई रसेल की रिलीज के मुताबिक यह बदलाव अगले हफ्ते 20 जुलाई से प्रभावी हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक जियो फाइनेंशियल सर्विसेज एफटीएसई के ऑल वर्ल्ड कंप्रेहेंसिव फैक्टर इंडेक्स, एमर्जिंग कंप्रेहेंसिव फैक्टर इंडेक्स और ऑल वर्ल्ड एक्स सीडब्ल्यू बैलेंस्ड फैक्टर इंडेक्स में शामिल होगा। एफटीएसई ब्रिटेन का इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स है जैसे कि अपने यहां बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 हैं।
बिना लिस्ट हुए किस भाव पर शामिल होगी इंडेक्स में?
जियो फाइनेंशियल एफटीएसई के इंडेक्स में शामिल होने वाली है। हालांकि खास बात यह है कि अभी तक यह लिस्ट भी नहीं हुई है। एफटीएसई की रिलीज के मुताबिक इसकी लिस्टिंग डेट का भी ऐलान नहीं हुआ है तो ऐसे में जब तक इसकी ट्रेडिंग शुरू होती है तब तक एक अनुमान के आधार पर एक स्टैटिक भाव पर इसे इंडेक्स में रखा जाएगा। अब अगर 20 कारोबारी दिनों के बाद भी इसकी ट्रेडिंग शुरू नहीं होती है तो एफटीएसई रसेल अपनी स्पिन-ऑफ पॉलिसी के नियमों के मुताबिक इस कंपनी का रिव्यू करेगी।
Reliance Demerger: 20 जुलाई है डीमर्जर की रिकॉर्ड डेट
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने हाल ही में रिलायंस की फाइनेंशियल सर्विसेज इकाई रिलायंस स्ट्रैटजिक इनवेस्टमेंट लिमिटेड (RSIL) को अलग करने और मार्केट में लिस्ट करने की मंजूरी दी थी। इस डी-मर्जर के लिए 20 जुलाई का रिकॉर्ड डेट फिक्स किया गया है। डीमर्जर के बाद RSIL का नाम जियो फाइनेशियल सर्विसेज हो जाएगा और रिलायंस के शेयरहोल्डर्स को एक शेयर के बदले इसका एक शेयर मिलेगा।
कंपनी ने 8 जुलाई को ही खुलासा कर दिया था कि इस नई कंपनी का सीईओ और एमडी हितेश कुमार सेठी को बनाया जाएगा। उन्हें तीन साल के लिए यह जिम्मेदारी मिलेगी और इसे आरबीआई की भी मंजूरी लेनी होगी। पूर्व गृह सचिव राजीव महर्षि और पीएनबी के पूर्व एमडी-सीईओ सुनील मेहता को बोर्ड में एडीशनल डायरेक्टर के तौर पर रखा गया है। ईशा अंबानी और अंशुमान ठाकुर नॉन-एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर्स हैं।