The News Air: रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) अपनी सहयोगी फर्म रिलायंस स्ट्रैटजिक इनवेस्टमेंट लिमिटेड (Reliance Strategic Investments Ltd) को अलग कर नई कंपनी बनाने जा रही है। इस डीमर्जर के लिए 20 जुलाई रिकॉर्ड डेट तय किया है। कंपनी ने बताया कि डीमर्जर के तहत, शेयरधारकों को रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रत्येक एक शेयर के बदले रिलायंस स्ट्रैटजिक इनवेस्टमेंट के एक शेयर मिलेंगे। डीमर्जर के पूरा होने के बाद रिलायंस स्ट्रैटजिक इनवेस्टमेंट लिमिटेड का नाम बदलकर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (Jio Financial Services Ltd) कर दिया जाएगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह भी ऐलान किया हितेश कुमार सेठी, नई कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ होंगे। उनकी नियुक्ति 3 साल की अवधि के लिए है और अभी इसपर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से मंजूरी लिया जाना बाकी है।
इसके अलावा, पूर्व यूनियन होम सेक्रेटरी राजीव महर्षि को रिलायंस स्ट्रैटजिक इनवेस्टमेंट के बोर्ड में एडिशनल डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है। राजीव महर्षि, देश के 13वें कंट्रोलर एवं ऑडिटर जनरल (CAG) भी थे। पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व एमडी और सीईओ सुनील मेहता को भी बोर्ड में एडिशनल डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा, ईशा अंबानी (Isha Ambani) और अंशुमन ठाकुर को नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है।
फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस के डीमर्ज कर अलग स्वतंत्र कंपनी बनाने का लाभ यह होगा कि ये कंपनी अब वित्तीय सेवाओं पर एक्सक्लूसिव रूप से ध्यान दे पाएगी और इस सेगमेंट में मौजूद अवसरों की खोज करेगी। विदेशी ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी (Macquarie) का मानना है कि Jio Financial Services की वैल्यू 1.52 लाख करोड़ रुपये से अधिक होगी और यह भारत की पांचवीं सबसे बड़ी फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी बन जाएगी।