Pakistan Expert On Ali Jinnah: भारत और पाकिस्तान को साल 1947 में आजादी मिली. हालांकि, उस दौरान पाकिस्तान भारत से अलग होकर एक नया देश बन गया, जिसने खुद को एक इस्लामिक राष्ट्र घोषित कर दिया. भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के वक्त लाखों लोग एक देश से दूसरे देश चले गए थे. हाल ही में पाकिस्तान के राजनीतिक एक्सपर्ट इशतियाक अहमद ने दावा किया कि अली जिन्ना नहीं चाहते थे कि कोई भी मुसलमान भारत से पाकिस्तान आए.
पाकिस्तान के राजनीतिक एक्सपर्ट इशतियाक अहमद ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना को महात्मा गांधी का शुक्रिया अदा करना चाहिए था, जिसकी वजह से लगभग 35 मिलियन लोग पाकिस्तान जाने से रोके गए. वरना पाकिस्तान की हालत और बेकार हो जाती. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अली जिन्ना चाहते थे कि एक भी हिंदू-सिख पाकिस्तान के पंजाब वाले इलाके में न रहे.
‘महात्मा गांधी ने अपनी जान देकर बचाया’
पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने कहा कि अली जिन्ना नहीं चाहते थे कि भारत से अधिकतर लोग पाकिस्तान को आ जाएं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को महात्मा गांधी ने अपनी जान देकर बचाया है. जिन्ना साहब को भारतीय सरकार का शुक्रिया अदा करना चाहिए. भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के वक्त बहुत ही तनावपूर्ण स्थिति थी. अंग्रेजों के भारत छोड़े जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच 1948 में युद्ध भी हुए. (The News Air वीडियो की पुष्टि नहीं करता है)
"Gandhi ji was so great that he gave his life for the creation of Pakistan"
Can a true Indian hate such 'father of nation'?pic.twitter.com/9tIaDWKm3Q
— Pakistan Untold (@pakistan_untold) July 31, 2023
भारत-पाकिस्तान के बीच 3 युद्ध हो चुके हैं. ये सारी स्थिति बंटवारे के बाद ही पैदा हुई. बंटवारे के वक्त भारत की कुल आबादी 38 करोड़ 89 लाख 97 हजार 955 थी और पाकिस्तान की कुल आबादी 3 करोड़ 82 लाख 15 हजार 785 थी.