Jingle Bells History and Meaning – क्रिसमस आते ही हर जुबान पर बस एक ही धुन होती है—’जिंगल बेल्स, जिंगल बेल्स, जिंगल ऑल द वे’। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह मशहूर नर्सरी राइम असल में क्रिसमस के लिए लिखी ही नहीं गई थी? इस गीत के पीछे एक दिलचस्प इतिहास छिपा है, जो शायद आपकी जानकारी में नहीं होगा। जेम्स लॉर्ड पियरपोंट (James Lord Pierpont) ने इसे 1857 में लिखा था और इसका मूल उद्देश्य थैंक्स गिविंग (Thanksgiving) के त्योहार पर मस्ती और जश्न को दर्शाना था, न कि ईसा मसीह के जन्म को। आज यह गीत पूरी दुनिया में क्रिसमस का पर्याय बन चुका है, लेकिन इसकी कहानी अमेरिका के मेडफोर्ड, मैसाचुसेट्स से शुरू हुई थी।
‘वन हॉर्स ओपन स्ले’ से बना ‘जिंगल बेल्स’
इस गीत का असली नाम ‘जिंगल बेल्स’ नहीं, बल्कि ‘वन हॉर्स ओपन स्ले’ (One Horse Open Sleigh) था। यह गाना सर्दी के मौसम में बर्फ पर घोड़ा गाड़ी (स्लेज) की सवारी और दोस्तों के साथ मस्ती करने के बारे में था। समय के साथ इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ी कि इसका नाम बदलकर ‘जिंगल बेल्स’ रख दिया गया। ‘जिंगल’ का अर्थ है घंटियों की छन-छन आवाज और ‘बेल्स’ का मतलब घंटियां। पुराने जमाने में बर्फ पर चलने वाली गाड़ियों में आवाज नहीं होती थी, इसलिए हादसों से बचने के लिए घोड़ों के गले में घंटियां बांधी जाती थीं ताकि दूर से ही पता चल सके कि कोई गाड़ी आ रही है।
अंतरिक्ष में गूंजने वाला पहला गीत
इस गीत से जुड़ा एक और हैरान करने वाला तथ्य यह है कि ‘जिंगल बेल्स’ अंतरिक्ष (Space) में बजाया जाने वाला दुनिया का पहला गाना है। 16 दिसंबर 1965 को जेमिनी 6 (Gemini 6) मिशन के दौरान एस्ट्रोनॉट्स ने कंट्रोल रूम को प्रैंक करने के लिए हारमोनिका (माउथ ऑर्गन) और छोटी घंटियों के साथ यह धुन बजाई थी। यह ऐतिहासिक रिकॉर्डिंग आज भी उपलब्ध है, जो इस गाने की वैश्विक और ब्रह्मांडीय लोकप्रियता का सबूत है।
गीत का असली अर्थ और भाव
अक्सर लोग इसे सिर्फ धुन की तरह गुनगुनाते हैं, लेकिन इसके बोलों का हिंदी अनुवाद बहुत ही मजेदार है। इसका मतलब है: “बर्फ में सरपट दौड़ते हुए एक घोड़े वाली खुली गाड़ी में, हम खेतों के ऊपर से हंसते हुए गुजरते हैं। घोड़े की पूंछ पर बंधी घंटियां बज रही हैं और मन को खुश कर रही हैं। आज रात स्लेजिंग का गाना गाते हुए सवारी करना कितना आनंददायक है।” यह गीत पूरी तरह से सर्दी के रोमांच और खुशी को समर्पित है।
विश्लेषण: एक धर्मनिरपेक्ष गीत कैसे बना धार्मिक उत्सव का हिस्सा? (Expert Analysis)
‘जिंगल बेल्स’ का सफर यह दिखाता है कि कैसे संस्कृति और परंपराएं समय के साथ विकसित होती हैं। मूल रूप से एक धर्मनिरपेक्ष (Secular) गीत, जिसमें कहीं भी ‘क्रिसमस’, ‘जीसस’ या ‘सांता क्लॉज’ का जिक्र नहीं है, आज ईसाई धर्म के सबसे बड़े त्योहार का मुख्य आकर्षण बन गया है। इसकी वजह है इसकी धुन में छिपी सादगी और खुशी (Joy), जो किसी भी त्योहार की आत्मा होती है। यह गीत हमें सिखाता है कि संगीत की कोई सीमा या धर्म नहीं होता; वह बस खुशी फैलाने का एक माध्यम है। थैंक्स गिविंग से शुरू होकर अंतरिक्ष तक का सफर तय करने वाला यह गीत वास्तव में वैश्विक एकता का प्रतीक है।
जानें पूरा मामला (Background)
1850 के दशक में अमेरिका में स्लेज रेसिंग (Sleigh Racing) काफी लोकप्रिय थी। जेम्स लॉर्ड पियरपोंट ने इसी माहौल को देखते हुए यह गीत लिखा था। इसे पहली बार 1889 में एडिसन सिलेंडर पर रिकॉर्ड किया गया था। आज यह गीत अनगिनत भाषाओं और शैलियों में गाया जाता है, लेकिन इसका मूल भाव वही पुराना ‘विंटर फन’ है।
मुख्य बातें (Key Points)
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Jingle Bells को 1857 में जेम्स लॉर्ड पियरपोंट ने Thanksgiving के लिए लिखा था।
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इसका असली नाम ‘One Horse Open Sleigh’ था।
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यह अंतरिक्ष में बजाया जाने वाला दुनिया का पहला गीत है (16 दिसंबर 1965)।
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गाने में Jingle का मतलब घंटियों की खनक और Bells का मतलब घंटियां है।
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यह गीत बर्फ पर घोड़ा गाड़ी की सवारी और दोस्तों के साथ मस्ती करने के बारे में है।






