Jhansi IG Action: उत्तर प्रदेश के झांसी में खाकी वर्दी वालों के लिए गुरुवार का दिन किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। यहां वार्षिक निरीक्षण पर निकले आईजी (IG) आकाश कुलहरि ने लापरवाही मिलने पर पुलिसकर्मियों की क्लास लगा दी। मामला सिर्फ डांट-फटकार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि काम में ढिलाई बरतने पर एक अकाउंटेंट और महिला दरोगा समेत कई पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (Suspend) कर दिया गया। वहीं, एक थानेदार को अनोखी सजा देते हुए पैदल फरियादी के घर जाने का फरमान सुना दिया।
एसएसपी ऑफिस में मिली बड़ी खामी
निरीक्षण की शुरुआत एसएसपी कार्यालय (SSP Office) से हुई। यहां आईजी आकाश कुलहरि ने फाइलों की जांच की तो पाया कि यात्रा भत्ता और चिकित्सा प्रतिपूर्ति से जुड़ी फाइलों का निस्तारण नहीं किया गया था। इस गंभीर लापरवाही को देखते हुए उन्होंने आंकिक शाखा के अकाउंटेंट प्रमोद कुमार पाल को मौके पर ही निलंबित कर दिया। उन्होंने साफ संदेश दिया कि फाइलों को दबाकर बैठने वाली संस्कृति अब नहीं चलेगी।
बकरी के खेत चरने पर 700 किमी का चक्कर
सबसे दिलचस्प और हैरान करने वाला मामला मऊरानीपुर थाने (Mauranipur Police Station) में सामने आया। यहां एक फरियादी को एक छोटी सी समस्या के लिए बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे थे। मामला यह था कि एक बकरी खेत में घुस गई थी और मेड़ तोड़ दी थी। इस मामूली शिकायत के लिए पीड़ित को एसएसपी ऑफिस तक दौड़ लगानी पड़ी।
आईजी ने जब यह सुना कि फरियादी ककरई जैसी जगह से सात बार आ चुका है और कुल मिलाकर 700 किलोमीटर का सफर तय कर चुका है, तो उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने थानेदार को जमकर फटकार लगाई।
थानेदार को मिली अनोखी ‘पैदल’ सजा
नाराज आईजी ने थानेदार से कहा, “तुम किस बात के थाना प्रभारी बने हुए हो? इतनी सिंपल सी समस्या के लिए उसको इतना घूमना पड़ रहा है।” आईजी ने थानेदार को आदेश दिया कि अब फरियादी थाने नहीं आएगा, बल्कि तुम खुद उसके पास जाओगे।
जब थानेदार ने बताया कि गांव ‘सिया’ यहां से 5 किलोमीटर दूर है, तो आईजी ने फरमान सुनाया, “तुम्हें वो 5 किलोमीटर अब पैदल चलना है, ताकि उस गरीब के 100 किलोमीटर बच जाएं। मुझे परसों तक रिपोर्ट चाहिए कि समस्या का समाधान हुआ या नहीं।”
मिशन शक्ति की खुली पोल, प्रभारी सस्पेंड
आईजी ने थाने में बने ‘मिशन शक्ति केंद्र’ का भी निरीक्षण किया। वहां तैनात महिला हेल्प डेस्क की हकीकत परखने के लिए उन्होंने प्रभारी महिला दरोगा और दो महिला कांस्टेबलों से सवाल-जवाब किए। जब उनसे पूछा गया कि महिलाओं से जुड़े मुकदमों में क्या फॉलो-अप (Follow-up) किया गया और मुआवजे की क्या स्थिति है, तो वे बगले झांकने लगीं। रजिस्टर चेक करने पर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
नतीजतन, आईजी ने महिला मिशन शक्ति केंद्र प्रभारी और दोनों महिला कांस्टेबलों को लापरवाही के आरोप में तत्काल सस्पेंड कर दिया। साथ ही पर्यवेक्षण में कमी पाए जाने पर सीओ (CO) को भी ‘पर्सनल फाइल वार्निंग’ दी गई।
जानें पूरा मामला
यह कार्रवाई वार्षिक निरीक्षण का हिस्सा थी, जिसका मकसद पुलिसिंग में सुधार लाना है। आईजी आकाश कुलहरि ने साफ कर दिया कि जनता की समस्याओं को अनसुना करना भारी पड़ेगा। हालांकि, उन्होंने अच्छे काम को सराहा भी। मऊरानीपुर थाने में फाइलों के बेहतर रखरखाव और मेस की साफ-सफाई के लिए फॉलोअर और चौकीदार को इनाम देने की घोषणा भी की गई। इस औचक निरीक्षण ने पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है।
मुख्य बातें (Key Points)
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Suspension: लापरवाही पर अकाउंटेंट, महिला दरोगा और दो महिला कांस्टेबल सस्पेंड।
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Unique Punishment: फरियादी को परेशान करने पर थानेदार को 5 किमी पैदल चलकर गांव जाने का आदेश।
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Negligence: बकरी के खेत चरने जैसे छोटे मामले में पीड़ित को 700 किमी के चक्कर लगाने पड़े।
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Warning: सीओ को चेतावनी और फाइलों के रखरखाव के लिए चौकीदार को इनाम भी मिला।






