Jammu Kashmir Lok Sabha Elections 2019: बीजेपी ने 19 में दोहरायी 14 की जीत,

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Jammu Kashmir Lok Sabha Elections 2019

Jammu Kashmir Lok Sabha Elections 2019: जम्मू कश्मीर में बीजेपी तीन सीटें जीतने में कामयाब रही थी. इस चुनाव में बीजेपी की बड़ी उपलब्धि यह थी कि उसके वोट प्रतिशत में अप्रत्याशित रूप से इजाफा हुआ था. उधर, पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती अनंतनाग लोकसभा सीट से खुद चुनाव हार गई थी. उन्हें नेशनल कांफ्रेंस के नेता और हाई कोर्ट के पूर्व जज हसनैन मसूदी ने शिकस्त दी थी.

जम्मू कश्मीर में साल 2018 में बीजेपी पीडीपी गठबंधन टूट गया. इससे महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया था. राष्ट्रपति शासन के दौरान साल 2019 में लोकसभा चुनाव कराए गए. इसके बावजूद बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन किया और 2014 की तरह 19 में भी अपनी तीन सीटें जीतने में सफल रही थी. यही नहीं, इस चुनाव में इस पार्टी ने अपना वोट प्रतिशत भी बढ़ाया. वहीं दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती अपने गढ़ अनंतनाग में ही बुरी तरह से हार गईं. उन्हें हाईकोर्ट के पूर्व जज हसनैन मसूदी ने शिकस्त दी थी. आतंकवाद प्रभावित दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग सीट पर अब तक 10 बार हुए लोकसभा चुनावों में 5 बार नेशनल कांफ्रेंस तो दो बार पीडीपी और दो बार कांग्रेस को विजय मिली है.

साल 2014 में महबूबा मुफ्ती इस सीट से लोकसभा पहुंचने में सफल तो हो गईं थीं, लेकिन बाद में जब वह बीजेपी के सहयोग से सीएम बनीं तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. उसके बाद करीब ढ़ाई साल तक इस सीट पर चुनाव ही नहीं हुए. साल 2019 में इस राज्य में लोकसभा चुनाव जीतने वाले बड़े चेहरों में उधमपुर सीट से बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुला का नाम सबसे अहम है.

जितेंद्र सिंह से हार गए थे विक्रमादित्य सिंह

उधमपुर सीट से बीजेपी के टिकट पर मैदान में उतरे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का मुकाबला महाराजा कर्ण सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह के साथ हुआ था. इस मुकाबले में जितेंद्र सिंह 61.38 फीसदी वोट पाकर 3.53 लाख वोटों से विजयी हुए थे. इस चुनाव में उन्हें कुल 7 सात लाख 24 हजार 311 वोट मिले थे. निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में यह किसी भी उम्मीदवार के लिए सबसे बड़ी जीत थी. विक्रमादित्य सिंह की हार इसलिए उल्लेखनीय है कि उन्होंने साल 2014 में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे गुलाम नबी आजाद को पटखनी दी थी.

चौथी बार जीतने में सफल रहे फारुख

जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला भी श्रीनगर लोकसभा सीट से चौथी बार जीतने में सफल रहे. इस सीट पर शुरू से ही फारुख अब्दुल के परिवार का दबदबा रहा है. यहां अब तक हुए 12 चुनावों में 10 बार नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवारों की ही जीत हुई है. फारुख अब्दुला के के बेटे उमर अब्दुला भी इस सीट से जीत कर संसद पहुंच चुके हैं. हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में यह सीट पीडीपी नेता तारिक हमीद कर्रा ने हथिया ली थी. इसी प्रकार लद्दाख लोकसभा सीट पर बीजेपी के जेटी नामग्याल ने भगवा फहराया. बड़ी बात यह कि कांग्रेस पार्टी राज्य में इस बार भी खाता नहीं खोल पायी.

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