The News Air- पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ अब पार्टी के असंतुष्ट G-23 ग्रुप से भिड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग शोर मचाकर लीडरशिप को डिक्टेट कर रहे हैं। लीडरशिप प्रेशर में काम नहीं कर सकती। लीडरशिप को ब्लैकमेल नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ लोग तो सिर्फ़ राज्यसभा के चौधरी हैं। जिनका कोई राजनीतिक आधार नहीं है। इन्हें सिर पर नहीं बिठाना चाहिए।
गांधी फैमिली के साथ वर्करों का साइलेंट सपोर्ट
जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस लीडरशिप (गांधी फैमिली) के साथ साइलेंट सपोर्ट है। एक तरफ़ करोड़ों कांग्रेसी वर्कर हैं तो दूसरी तरफ़ 23 लोग हैं। इन 23 में भी कुछ लोग हैं, जिनका राजनीतिक आधार है। मैं उनका सम्मान करता हूं। कुछ लोग सिर्फ़ राज्यसभा के चौधरी हैं। यहीं दिल्ली के लीडर हैं। इन लोगों से बचना चाहिए। उन्हें अपनी जगह पर रखना चाहिए। सिर पर नहीं बिठाना चाहिए।
वक़्त आने पर करेंगे सबके नाम का खुलासा
उन्होंने कहा कि संगठन के चुनाव होंगे तो यह बात रखेंगे। वक़्त आने पर पूरा खुलासा करेंगे। अगर वहाँ बात न हुई तो केंद्रीय नेतृत्व में रखेंगे। जाखड़ ने कहा कि जो कांग्रेस का झंडा लेकर बैठा है। बूथ संभाल रहा है। सिर फुड़वा रहा है। वह कांग्रेस प्रधान के साथ है।
CM न बन पाने से नाराज़ जाखड़, अंबिका सोनी पर साधते रहे निशाना
सुनील जाखड़ पंजाब का मुख्यमंत्री न बन पाने से नाराज़ चल रहे हैं। वह कई बार दर्द ज़ाहिर कर चुके हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने के बाद उन्हें 42 विधायकों का सपोर्ट था। इसके बावज़ूद उन्हें सीएम नहीं बनाया गया। इसकी वजह अंबिका सोनी को मानते हैं। सोनी ने ही कहा था कि पंजाब में सीएम सिख चेहरा होना चाहिए। इस वजह से जाखड़ ने विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ा।