जेल अपवाद, जमानत नियम… शराब घोटाले मामले में एक और बेल, 23 महीने बाद बाहर आएंगे विजय नायर

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नई दिल्ली 02 सितंबर, (The News Air): सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिल्ली शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व कम्युनिकेशन हेड विजय नायर को जमानत दे दी. जमानत देते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि जेल अपवाद है, जमानत नियम. वह 23 महीने से जेल में बंद हैं. अंडर ट्रायल उन्हें लंबे समय तक जेल में नहीं रखा जा सकता. सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया और के. कविता की जमानत को आधार बनाकर विजय नायर को जमानत दी.

ट्रायल कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद विजय नायर ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. वह लगातार इस बात को कहते रहे कि वे आम आदमी पार्टी के मीडिया और कम्यूनिकेशन विभाग के प्रभारी थे. वह कभी भी शराब नीति को बनाने और लागू करने वालों में शामिल नहीं रहे. मगर सीबीआई ने विजय नायर को मनीष सिसोदिया का ‘करीबी’ बताया था.

2022 में हुई थी विजय नायर की गिरफ्तारी

दिल्ली शराब घोटाले में सबसे पहली गिरफ्तारी विजय नायर की ही हुई थी. 13 नवंबर 2022 को उन्हें गिरफ्तार किया गया था. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि नायर ने इस घोटाले में एक शराब कंपनी के मालिक से रिश्वत ली थी. जांच एजेंसी ने बताया कि नायर ने हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से गलत तरीके से धन अर्जित की. हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली के अलग-अलग होटलों में शराब निर्माताओं से मुलाकात की और घूस लिए. विजय नायर केजरीवाल के करीबी रहे. केजरीवाल ने पूछताछ में कहा था कि नायर उन्हें नहीं आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था.

2014 में AAP से जुड़े नायर

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विजय नायर 2014 में आम आदमी पार्टी से जुड़े. करीब पांच साल तक उनका काम सोशल मीडिया, इवेंट कम्युनिकेशन्स और पार्टी कार्यक्रमों की योजना बनाने तक ही सीमित रहा. दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान उनकी सक्रियता पार्टी में और ज्यादा बढ़ गई. उन्होंने केजरीवाल के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी संभाल ली. कहा जाता है कि नायर ने ज्यादातर पर्दे के पीछे से काम किया है. 2020 में जब अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने तो नायर और तेजी से उभरे.

कौन हैं विजय नायर?

नायर ओनली मच लाउडर (OML) के सीईओ थे. यह कंपनी देश में लाइव म्यूजिक शो और इवेंट मैनेजमेंट का काम संभालती थी. 2014 में नायर एक ऐसे व्यवसाय के प्रमुख थे जिसकी कीमत करीब 10 मिलियन डॉलर थी. नायर को फॉर्च्यून इंडिया की 40 अंडर 40 सूची में भी शामिल किया गया, जो हर साल सबसे प्रभावशाली युवा नेताओं को मान्यता देती है. संगीत उद्योग में उनका नाम हर घर में मशहूर था और उन्होंने एनएच7 वीकेंडर, इनवेज़न फ़ेस्टिवल जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं. वह ओएमएल नेटवर्क के भीतर और बाहर कम से कम छह कंपनियों के निदेशक स्तर के पदों पर रहे हैं. उन्होंने ओएमएल शुरू करने के लिए मुंबई के सिडेनहैम कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी थी.

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