Iran Israel Drone Attack : ईरान (Iran) और इजरायल (Israel) के बीच तनाव अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। शुक्रवार की तड़के जब ईरान जुमे (Friday) की छुट्टी में था, उसी वक्त इजरायल ने तेहरान (Tehran) सहित ईरान के परमाणु ठिकानों पर मिसाइलों से हमला कर दिया। इस अटैक ने पूरे ईरान को हिलाकर रख दिया, जिसमें ईरान के आर्मी चीफ मोहम्मद बाघेरी (Mohammad Bagheri) और इस्लामिक रिवॉलूशनरी गार्ड्स (Islamic Revolutionary Guards) के चीफ हुसैन सलामी (Hossein Salami) की मौत की खबर सामने आई है।
इस हमले के बाद ईरान ने भी अपने तेवर दिखाते हुए इजरायल पर करारा जवाब देने की घोषणा कर दी है। ईरान ने जवाबी कार्रवाई के तहत 100 ड्रोन (Drones) इजरायल की ओर भेजे, हालांकि इजरायल का दावा है कि उसने इन सभी ड्रोन को अपनी हवाई सीमा में ही इंटरसेप्ट कर मार गिराया। इजरायल का यह भी कहना है कि उसने ईरान के ड्रोन्स को वायु क्षेत्र के बाहर ही नष्ट कर दिया, जिससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
लेकिन ईरान की प्रतिक्रिया यहीं नहीं रुकी। ईरान के सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अब्दुल फजल शेकारची (Brigadier General Abdul Fazl Shekarchi) ने बयान देते हुए कहा कि, “इस कहानी की शुरुआत इजरायल ने की है, लेकिन इसका अंत ईरान करेगा। अमेरिका (USA) और इजरायल को इस हमले की बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी।” उन्होंने यह भी कहा कि ईरान ने कभी युद्ध शुरू नहीं किया, लेकिन अगर कोई हमला करता है तो ईरान कभी चुप नहीं बैठता।
ईरान की सरकार की प्रवक्ता फतेमेह मोहाजिरानी (Fatemeh Mohajerani) ने भी स्पष्ट कर दिया कि ईरान की नीति रक्षात्मक रही है, लेकिन हमला होने पर वह आक्रामक जवाब देने से नहीं चूकेगा। उन्होंने कहा कि इजरायल ने इस हमले से दिखा दिया है कि वह ईरान के उभरते सामरिक प्रभाव से कितना भयभीत है।
ईरान ने यह भी आरोप लगाया है कि इस हमले में अमेरिका की संलिप्तता है, हालांकि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन (Donald Trump Administration) ने इससे इनकार किया है। इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच चल रही कूटनीतिक बातचीत भी खटाई में पड़ गई है। विशेषज्ञ मानते हैं कि हालिया घटनाक्रम मध्य-पूर्व (Middle East) में एक बड़े युद्ध का संकेत दे सकता है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि ईरान का अगला कदम क्या होगा। फिलहाल तो ड्रोन्स के साथ जवाबी कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में ईरान मिसाइलों (Missiles) का भी इस्तेमाल कर सकता है। इजरायल और ईरान के बीच चल रही यह टकराव की कहानी अब एक निर्णायक मोड़ पर आ पहुंची है, और इसके अंजाम की प्रतीक्षा की जा रही है।