फर्म एनपीडी ग्रुप से CNBC को मिले आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका में VR हेडसेट्स की बिक्री 2022 में 2 फीसदी घटकर 1.1 बिलियन डॉलर रह गई। ये आंकड़े फेसबुक जैसी उन तमाम कंपनियों के लिए चुनौती हैं, जो मेटावर्स की दुनिया में उज्ज्वल भविष्य देख रही हैं और इससे जुड़ी तकनीकों में निवेश कर रही हैं।
हालांकि मार्क जुकरबर्ग ने अपने एक बयान में कहा था कि मेटावर्स को मुख्यधारा में आने में एक दशक तक का समय लग सकता है। लेकिन उन्होंने यह उम्मीद जताई थी कि यह सेक्टर सैकड़ों अरब डॉलर के बिजनेस वाला है। अब जो आंकड़े सामने आए हैं, उससे यह कहा जा सकता है कि मेटावर्स को अभी लंबा सफर तय करना है।
मेटा, वर्चुअल रिएलिटी मार्केट में बड़ा नाम है। हालांकि उसके वीआर हेडसेट्स मार्केट में रफ्तार नहीं पकड़ पा रहे। रिपोर्टों के अनुसार, कंपनी के Quest 2 और Quest Pro ठीकठाक कीमत वाले वीआर हेडसेट्स हैं। Quest 2 को साल 2020 में लाया गया था, इसने 2022 में सेल में गिरावट देखी है। वहीं Quest Pro के दाम 1100 डॉलर से ज्यादा हैं, जो इसे एक महंगा प्रोडक्ट बनाते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि साल 2023 में VR डिवाइसेज फिर जोर पकड़ेंगे या नहीं। वैसे भी मार्केट में मंदी की आशंका गहराई हुई है। हालांकि नए साल में कुछ और प्रोडक्ट इस क्षेत्र में आ सकते हैं। ऐपल का मिक्स्ड रिएलिटी हेडसेट लॉन्च हो सकता है। इसकी कीमत 2 से 3 हजार डॉलर के बीच हो सकती है। इस डिवाइस में अंदर-बाहर करीब 10 कैमरे लगे होंगे। वहीं, Sony का PlayStation VR2 हेडसेट नए साल की शुरुआत में लॉन्च हो सकता है। इसे वो यूजर इस्तेमाल कर पाएंगे, जिनके पास PlayStation 5 होगा।