नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (The News Air): अमेरिका ने अपने सहयोगी इजराइल की सुरक्षा के लिए और मदद देने का ऐलान किया है. इजराइल को एक ऐसा सुरक्षा कवच मिलने वाला जिसको ईरान और उसके प्राक्सी का भेद पाना बेहद मुश्किल होगा. युद्ध की शुरुआत से अमेरिका इजराइल को हर तरह की मदद दे रहा है और उसकी सुरक्षा के लिए अपनी पूरी ताकत लगाए हुए हैं.
जैसे जैसे इजराइल के दुश्मनों के हमले का दायरा बढ़ रहा है, अमेरिका भी अपने दोस्त की सुरक्षा के लिए और आगे आ रहा है. पेंटागन ने घोषणा की है कि वह इजराइल को एडवांस एंटी मिसाइल सिस्टम (THAAD) देने जा रहा है. इसके अलावा इजराइल में अमेरिका अपने अतिरिक्त सैनिक तैनात करने जा रहा है.
⚠️ Before attacking Iran, the Israelis acquire THAAD missile Defence systems from the US.
This shows the extent of the next Israeli response, for Israel and the United States expecting an Iranian response so strong that other advanced air Defence systems are needed.
The Iron pic.twitter.com/lUJcOnPBxx
— SHADI (@shadi_qh) October 12, 2024
अमेरिका के इस ऐलान से ईरान का कांपना तय है, क्योंकि उसने अपने ऊपर हमले के बाद जवाबी हमले की धमकी दी है और अब अमेरिका उसके जवाबी हमले से इजराइल को बचाने के लिए सतर्क हो गया है.
इजराइल को अब मिलेगा THAAD
अमेरिकी रक्षा विभाग ने रविवार को कहा कि पेंटागन प्रमुख लॉयड ऑस्टिन ने इजराइल में टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) बैटरी और अमेरिकी सैन्य कर्मियों की तैनाती के आदेश दिए है, ताकि देश की हवाई सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिल सके. अमेरिका की ये नई मदद उसकी इजराइली सुरक्षा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
कितना असरदार है THAAD?
कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस की अप्रैल में आई रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना के पास सात THAAD बैटरियां हैं. इस सिस्टम को पैट्रियट इंटरसेप्टर का पूरक माना जाता है, यह 150-200 किलोमीटर (93-124 मील) की दूरी से लक्ष्यों को मारते हुए एक बड़े क्षेत्र की रक्षा कर सकता है. आम तौर पर, हर THAAD में छह ट्रक-माउंटेड लॉन्चर, 48 इंटरसेप्टर, रेडियो और रडार उपकरण होते हैं और इन्हें संचालित करने के लिए 95 सैनिकों की जरूरत होती है.
एक साल पहले अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने अमेरिकी सेना की सुरक्षा बढ़ाने और इजराइल की रक्षा में मदद करने के लिए मध्य पूर्व के आसपास एक THAAD बैटरी और अतिरिक्त पैट्रियट बटालियनों की तैनाती का आदेश दिया था. इजराइल को THAAD मिलने से उसकी सुरक्षा में और मजबूती आएगी, क्योंकि मौजूदा एयर डिफेंस सिस्टम कई मौको पर हिजबुल्लाह, हूती और ईरान की मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने में नाकाम रहा है.