बैंकॉक, 3 नवंबर (आईएएनएस)। हमास आतंकवादी समूह द्वारा बंदी बनाए गए 23 थाई नागरिकों की रिहाई को लेकर बैंकॉक सरकार ने कहा कि ईरान थाई बंदियों की रिहाई के लिए बातचीत में मदद करने के लिए मध्यस्थता करेगा। नागरिकों को 7 अक्टूबर को आतंकवादी समूह ने बंधक बनाया था।
विदेश मंत्री परनप्री भाहिद्धा-नुक्कारा ने मीडिया को बताया कि वह थाई बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए ईरान सरकार के संपर्क में थे, उनमें से कई इजरायल में प्रवासी श्रमिक के रूप में काम कर रहे थे।
गुरुवार को एक बयान में थाई सरकार ने कहा कि ईरान, कतर और मिस्र ने अपनी सर्वोत्तम क्षमताओं के साथ थाई बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत में सहायता करने के साथ-साथ अपनी तत्परता में अपना पूरा समर्थन दिया है।
बयान में कहा गया, “तीनों देशों ने इस तथ्य को स्वीकार किया कि थाई निर्दोष हैं और संघर्ष में उनकी कोई हिस्सेदारी नहीं है।”
ईरान, तेहरान समर्थित हमास के साथ थाईलैंड के अनुरोध को उठाने पर सहमत हुआ। थाई बयान में कहा गया है कि मिस्र ने कहा कि वह “थाई बंधकों की रिहाई के बाद राफा सीमा पार तक पहुंच की सुविधा पर विचार करेगा। वहीं, कतर ने उम्मीद जताई कि थाई रिहा होने वाले पहले समूह में से होंगे।
बयान में कहा गया है कि तीनों देशों ने युद्धविराम का भी आह्वान किया, जिससे बंधकों की सुरक्षित रिहाई में मदद मिलेगी।
बयान में कहा गया है, “सभी पक्षों ने इजरायल और गाजा में सामने आ रही स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त की। तीन मध्य पूर्वी देशों ने भी विशेष रूप से थाई श्रमिकों सहित निर्दोष नागरिकों की जान और क्षति के लिए संवेदना व्यक्त की।”
थाई सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक संघर्ष में कम से कम 32 थाई मारे गए हैं, जो विदेशी नागरिकों के लिए सबसे अधिक मौतों में से एक है।