IPS Puran Kumar Suicide Case — हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की मौत की जांच अब स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) करेगी। चंडीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को यह टीम गठित की है, जिसका नेतृत्व आईजी पुष्पेंद्र कुमार करेंगे। टीम में कुल छह वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। यह कदम तब उठाया गया जब एससी-एसटी समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने निष्पक्ष और समयबद्ध जांच की मांग की थी।
कौन करेगा जांच – SIT में कौन-कौन शामिल हैं?
डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा के आधिकारिक आदेश के मुताबिक, यह टीम एफआईआर नंबर 156/2025 (सेक्टर-11 थाने) के तहत दर्ज केस की जांच करेगी। इस टीम में शामिल अधिकारी हैं —
-
आईजी पुष्पेंद्र कुमार (टीम प्रमुख)
-
एसएसपी (यूटी) कंवरदीप कौर
-
एसपी (सिटी) केएम प्रियंका
-
डीएसपी (ट्रैफिक) चरणजीत सिंह विर्क
-
एसडीपीओ (साउथ) गुरजीत कौर
-
इंस्पेक्टर जयवीर सिंह राणा (एसएचओ, पीएस-11)
SIT को निर्देश दिए गए हैं कि वह सबूतों के संग्रह, गवाहों से पूछताछ और कानूनी राय सहित सभी पहलुओं की तेज़, निष्पक्ष और गहराई से जांच करे।
FIR में कौन-कौन के नाम आए सामने?
गौरतलब है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एसएसपी नरेंद्र बिजारणिया सहित 14 पुलिस अफसरों पर बीएनएस और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पूरन कुमार के परिजनों ने कुल 15 अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिनमें मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी का नाम भी शामिल था। हालांकि FIR में उनका नाम दर्ज नहीं किया गया है। यह पहली बार है जब हरियाणा पुलिस के इतने सीनियर अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
वाई. पूरन कुमार, 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे, जो हरियाणा पुलिस में कई अहम पदों पर तैनात रह चुके थे।
बीते मंगलवार को उन्होंने चंडीगढ़ स्थित अपने घर में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें उन्होंने कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न और दबाव डालने का आरोप लगाया था। उनकी मौत के बाद हरियाणा भवन, दिल्ली में पदस्थापित रेजिडेंट कमिश्नर डी. सुरेश के नेतृत्व में एससी/एसटी प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ पुलिस से मुलाकात की और पारदर्शी जांच की मांग की थी।
इस दबाव के बाद ही SIT का गठन किया गया।
आगे की जांच और संभावनाएं
ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, SIT को एक तय समयसीमा में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। यह टीम केस के हर पहलू — जैसे कॉल डिटेल्स, दस्तावेज, बयान और मेडिकल साक्ष्य — की तकनीकी और फॉरेंसिक जांच करेगी। डीजीपी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि जांच “बिना किसी दबाव और पारदर्शी तरीके से” होगी।
मुख्य बातें (Key Points Summary):
-
IPS वाई. पूरन कुमार सुसाइड केस की जांच के लिए 6 सदस्यीय SIT गठित।
-
आईजी पुष्पेंद्र कुमार को बनाया गया SIT प्रमुख।
-
FIR में हरियाणा DGP शत्रुजीत कपूर समेत 14 अफसरों के नाम शामिल।
-
परिवार ने कुल 15 अधिकारियों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।
-
SIT को साक्ष्यों, गवाहों और मेडिकल रिपोर्ट पर गहन जांच करने के निर्देश।






