अबोहर (The News Air) पंजाब में अबोहर के गांव कुलार के श्योराण परिवार ने एक अनूठी पहल पेश की है। दरअसल, राजेश श्योराण अपने बेटे ध्रुव श्योराण (डिप्टी एडवोकेट जनरल, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय) की बारात में केवल 31 लोग लेकर गए।
शादी रात को थी, लेकिन बारात दोपहर 4 बजे ही गांव शेरेवाला निवासी वधु मोनिका पुत्री स्व. सुरेंद्र भादू के घर पहुंच गई। जहां दूल्हे-दुल्हन ने हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार फेरे लिए। वर पक्ष द्वारा दहेज में एक रुपया भी नहीं लिया गया और न ही कोई गाड़ी, सोना, घरेलू सामान व कपड़े आदि लिए गए। साथ ही दुल्हन ने साड़ी में फेरे लिए।
दुल्हन मोनिका को अनावश्यक कपड़े नहीं लेने दिए गए। इसके अलावा दूल्हे ध्रुव श्योराण ने अपनी ससुराल की महिलाओं द्वारा करवाई जाने वाली सिलाम व झुंवारी की राशि भी नहीं ली। शाम सवा 7 बजे ही मोनिका की विदाई हो गई। इलाके में श्योराण परिवार द्वारा की गई इस अनूठी पहल की हर कोई प्रशंसा कर रहा है। जिसके चलते ये अनूठी शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।