The News Air – (चंडीगढ़) पंजाब कांग्रेस में कलह थम नहीं रही है। अब सरकार में मंत्री राणा गुरजीत और MLA नवतेज चीमा की ज़ंग में नवजोत सिद्धू भी कूद पड़े हैं। सिद्धू शनिवार को सुल्तानपुर लोधी पहुंचे थे। सिद्धू ने कहा कि वह नवतेज चीमा की सरदारी कायम रखेंगे। सिद्धू ने यहां तक कहा कि अब चीमा के जीतने पर वह धन्यवाद करने आएंगे।
सिद्धू ने इशारों में मंत्री राणा गुरजीत पर निशाना साधते हुए कहा कि गीदड़ों के झुंड से शेर नहीं मरता। सिद्धू ने MLA चीमा को असली शेर बताते हुए कहा कि उन्हें खुली छूट है कि वह विरोधियों का शिकार करते रहें। स्पष्ट तौर पर सिद्धू ने मौजूदा MLA को ही टिकट देने की अनौपचारिक घोषणा कर दी।
मंत्री के बेटे यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक
कपूरथला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस MLA राणा गुरजीत इस वक़्त पंजाब सरकार में टेक्निकल एजुकेशन मंत्री हैं। इस बार वह सुल्तानपुर लोधी विधानसभा क्षेत्र पर बेटे राणा इंद्र प्रताप सिंह को चुनाव लड़वाना चाहते हैं। इसको लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। यहां MLA और मंत्री के बीच कलह तक हो चुकी है। यह भी आरोप लगे कि MLA ने मंत्री के कार्यक्रम के टेंट तक उखड़वा दिए।
गृह मंत्री से भी भिड़ चुके राणा
सुल्तानपुर लोधी के MLA के समर्थकों पर टेंट उखाड़ने के आरोप में मंत्री राणा सोढ़ी पंजाब में गृह विभाग देख रहे डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा से भी भिड़ चुके हैं। राणा ने आरोप लगाया था कि उनके सरकारी कार्यक्रम का टेंट उखाड़ने वालों पर सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि रंधावा ने कहा था कि यह काम सरकार का नहीं, बल्कि इलाक़े के एसएचओ का है।
स्क्रीनिंग से पहले ही सिद्धू दिखा रहे तेवर
पंजाब में उम्मीदवारों की घोषणा के लिए कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमेटी बनाई है, जिसकी चंडीगढ़ में लगातार मीटिंग भी चल रही है। इसके बावज़ूद सिद्धू रैलियों में विधायकों और दावेदारों को उम्मीदवार बनाने का अनौपचारिक ऐलान करते जा रहे हैं। सिद्धू के इन तेवरों से कांग्रेस के अंदर भी हलचल है कि उन्हें पहले ही यह सब घोषणा करने का अधिकार कौन दे रहा है?