नई दिल्ली (New Delhi), 24 जनवरी (The News Air): भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo (InterGlobe Aviation) ने दिसंबर 2024 तिमाही (Q3 FY2024) के अपने वित्तीय नतीजे जारी किए हैं। कंपनी ने इस तिमाही में 18% की गिरावट के साथ 2,448.80 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले साल इसी अवधि में 2,998.1 करोड़ रुपये था।
हालांकि, ऑपरेशंस से होने वाला कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 13.6% बढ़कर 22,110.7 करोड़ रुपये हो गया, जो दिसंबर 2023 तिमाही में 19,452.1 करोड़ रुपये था।
बढ़ते खर्च के बावजूद मजबूत रेवेन्यू
दिसंबर 2024 तिमाही में IndiGo का कुल खर्च 20,465.7 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 17,063.8 करोड़ रुपये था। कंपनी का कहना है कि खर्च में बढ़ोतरी का कारण फ्यूल प्राइस (Fuel Price) और ऑपरेशनल लागत में इजाफा है।
IndiGo का मार्केट कैप (Market Cap) इस समय 1.60 लाख करोड़ रुपये है, और दिसंबर 2024 के अंत तक प्रमोटर्स के पास 49.27% हिस्सेदारी थी।
IndiGo के शेयर की रफ्तार जारी
IndiGo के शेयर (IndiGo Shares) ने निवेशकों को बीते एक साल में शानदार रिटर्न दिया है। पिछले 12 महीनों में IndiGo के शेयर 43% चढ़े हैं।
24 जनवरी 2025 को बीएसई (BSE) पर IndiGo का शेयर 0.60% की मामूली बढ़त के साथ 4,162.80 रुपये पर बंद हुआ।
- 52-वीक हाई: 5,033.20 रुपये
- 52-वीक लो: 2,844.45 रुपये
IndiGo की मजबूत स्थिति, लेकिन चुनौतियां बरकरार
IndiGo की मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ कंपनी की बाजार में पकड़ और यात्रियों की मांग को दर्शाती है। लेकिन एयरलाइन इंडस्ट्री (Airline Industry) के सामने चुनौतियां बनी हुई हैं, जैसे:
- बढ़ते फ्यूल प्राइस (Fuel Prices)
- ऑपरेशनल कॉस्ट में इजाफा
- अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा (International Competition)
IndiGo का फोकस और आगे की योजना
IndiGo ने अपने नेक्स्ट-जेन एयरक्राफ्ट (Next-Gen Aircraft) और इंटरनेशनल रूट्स (International Routes) पर फोकस बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी का उद्देश्य:
- ऑपरेशनल एफिशिएंसी को बेहतर बनाना।
- यात्री अनुभव को प्रीमियम बनाना।
- एशिया और यूरोप के नए रूट्स पर विस्तार करना।
IndiGo की 2025 की ग्रोथ स्टोरी
IndiGo के लिए साल 2025 एक बड़ा साल साबित हो सकता है। कंपनी के शेयरों की तेजी और बढ़ती रेवेन्यू ग्रोथ इसे एयरलाइन इंडस्ट्री में मजबूत बनाती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर IndiGo अपने ऑपरेशनल खर्च को नियंत्रित कर लेता है और अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर सही रणनीति अपनाता है, तो यह निवेशकों के लिए और भी आकर्षक विकल्प बन सकता है।
IndiGo ने दिसंबर 2024 तिमाही में भले ही मुनाफे में गिरावट दर्ज की हो, लेकिन रेवेन्यू और मार्केट पोजिशन ने इसे मजबूत बनाए रखा है। शेयर बाजार में इसकी परफॉर्मेंस दर्शाती है कि निवेशक अब भी इस पर भरोसा कर रहे हैं। IndiGo के आने वाले निर्णय और रणनीतियां तय करेंगी कि यह एयरलाइन अपने ग्रोथ ट्रैक पर बनी रहती है या नहीं।