Indigo Flight Delayed और कैंसिलेशन के चलते देश भर के हवाई अड्डों पर जो मंजर है, वह किसी व्यस्त रेलवे स्टेशन जैसा नजर आ रहा है। गुरुवार को एयरलाइन ने एक झटके में 550 फ्लाइट्स रद्द कर दीं, जिससे हजारों यात्रियों के सपने और जरूरी काम अधर में लटक गए। एयरपोर्ट्स पर अफरातफरी का माहौल है और यात्रियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।
यह सिलसिला सिर्फ एक दिन का नहीं, बल्कि पिछले तीन दिनों से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। जो लोग अपना कीमती वक्त बचाने के लिए फ्लाइट का टिकट लेते हैं, उनका वक्त अब एयरपोर्ट के फर्श पर बर्बाद हो रहा है। सैकड़ों यात्री एयरपोर्ट पर ही फंसे हुए हैं और उनके सामने अनिश्चितता के अलावा कुछ नहीं है।
एयरपोर्ट पर ‘रेलवे स्टेशन’ जैसा नजारा
हालात इतने खराब हैं कि टर्मिनल के अंदर हजारों सूटकेस लावारिस पड़े हैं, जिन्हें पहचानकर यात्रियों को सौंपने वाला कोई कर्मचारी तक मौजूद नहीं है। लोग अपना ही सामान वापस लेने के लिए घंटों लंबी कतारों में लगने को मजबूर हैं। एक यात्री को अपना बैग वापस पाने में ही एक घंटा लग गया।
कोई बैग लेकर इधर-उधर भटक रहा है, तो कोई एयरलाइन स्टाफ से जवाब मांग रहा है। सबसे दर्दनाक तस्वीर वह है जहां छोटे-छोटे बच्चों को लेकर माता-पिता जमीन पर ही बैठने को मजबूर हैं। पुणे एयरपोर्ट पर तो भीड़ इतनी बढ़ गई कि खाने-पीने की चीजें तक खत्म हो गईं, लोगों को मजबूरी में 150-200 रुपये की चाय पीनी पड़ी।
शादी छूटी, जानकारी का अकाल
यात्रियों का गुस्सा इसलिए भी फूट पड़ा क्योंकि उन्हें फ्लाइट्स के बारे में कोई सही जानकारी नहीं दी गई। किसी की इंटरनेशनल फ्लाइट थी तो किसी को शादी में जाना था। एक यात्री ने बताया कि वे सुबह 5 बजे से एयरपोर्ट पर हैं, पहले फ्लाइट 4 घंटे लेट बताई गई, लेकिन वह भी पक्का नहीं था और उन्हें एक शादी अटेंड करनी थी।
एक अन्य यात्री को तो अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा। पहले मैसेज आया कि फ्लाइट डिले है, फिर मैसेज आया कि गेट नंबर एक पर पहुंचें, फ्लाइट प्रस्थान के लिए तैयार है। जब वे भागकर पहुंचे तो देखा फ्लाइट अभी भी लेट ही है। 5-6 घंटे के इंतजार के बाद भी कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिला।
एक दिन में 550 फ्लाइट्स रद्द
देश की 20 साल पुरानी एयरलाइन इंडिगो के नाम एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में फ्लाइट कैंसिल करने का यह एक नया और शर्मनाक रिकॉर्ड बन गया है।
दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु और लखनऊ जैसे देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स पर ऐसी ही अफरातफरी है। गुरुवार को 550 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द हुईं, जबकि कई उड़ानें देरी से रवाना हुईं। गुस्से में यात्रियों की कर्मचारियों से बहस के दृश्य भी आम हो गए हैं और लोग नारेबाजी कर रहे हैं।
सीईओ ने मानी गलती, गिनाए कारण
बढ़ते हंगामे के बीच इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि वे हर दिन लगभग 3 लाख 80 हजार यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाते हैं और अच्छा अनुभव देना चाहते हैं, मगर वे अभी उस वादे पर खरे नहीं उतर सके हैं।
सीईओ ने संचालन में आ रही दिक्कतों के लिए नए फ्लाइट रोस्टर, नए नियम, भारी भीड़, छोटी-मोटी तकनीकी खराबी और मौसम समेत कई कारण गिनाए हैं। उन्होंने माना कि संचालन को सामान्य करना और समयबद्धता वापस लाना आसान लक्ष्य नहीं है, मगर वे इस दिशा में काम कर रहे हैं।
जानें पूरा मामला
यह पूरा संकट पिछले तीन दिनों से लगातार बना हुआ है। आम तौर पर लोग हवाई सफर इसलिए चुनते हैं ताकि लंबी दूरी जल्दी तय कर सकें और अपना कीमती समय बचा सकें। लेकिन मौजूदा हालात में, फ्लाइट्स के बड़े पैमाने पर कैंसिल और लेट होने के कारण यात्रियों का यही कीमती वक्त एयरपोर्ट के टर्मिनल्स में जाया हो रहा है, जिससे भारी अव्यवस्था फैल गई है।
मुख्य बातें (Key Points)
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गुरुवार को इंडिगो ने 550 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द कीं, जो एयरलाइन के लिए एक रिकॉर्ड है।
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दिल्ली, मुंबई समेत कई बड़े एयरपोर्ट्स पर हजारों यात्री घंटों से फंसे हैं और सामान के लिए लंबी कतारें लगी हैं।
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यात्रियों को फ्लाइट्स की सही जानकारी नहीं मिल रही, जिससे बच्चों और बुजुर्गों को फर्श पर बैठना पड़ रहा है।
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इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने अव्यवस्था के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है और कई तकनीकी कारण गिनाए हैं।






