IndiGo Flight Crisis: देश की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो के यात्रियों के लिए बहुत बुरी खबर है। एयरलाइन का संचालन बुरी तरह डगमगा गया है, जिससे हजारों यात्री एयरपोर्ट्स पर फंस गए हैं। हालात इतने खराब हैं कि यह मुसीबत अभी थमने वाली नहीं है, बल्कि अगले तीन महीनों तक यात्रियों को ऐसे ही संकट का सामना करना पड़ सकता है। शुक्रवार को एयरलाइन ने 400 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे पूरे देश में हवाई यात्रा का शेड्यूल बिगड़ गया है।
एयरपोर्ट पर मची चीख-पुकार और हंगामा
देश के कई हवाई अड्डों से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वे परेशान करने वाली हैं। सैकड़ों की संख्या में यात्री एयरपोर्ट पर मौजूद हैं और अपनी फ्लाइट के रद्द या लेट होने से गुस्से में हैं। वहां चीख-पुकार मची हुई है और लोग इंडिगो के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। कई यात्री एयरलाइन स्टाफ से बहस करते नजर आए क्योंकि उनका कीमती समय बर्बाद हो रहा है और वे अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। लोगों का गुस्सा होना जायज है, क्योंकि उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
दिल्ली से लेकर हैदराबाद तक बुरा हाल
शुक्रवार को इंडिगो की अव्यवस्था अपने चरम पर पहुंच गई। दिल्ली हवाई अड्डे पर आगमन और प्रस्थान वाली 220 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गईं। यही हाल बेंगलुरु और हैदराबाद का भी रहा, जहां क्रमश: 100 और 90 से ज्यादा उड़ानें कैंसिल हुईं। जो उड़ानें चल भी रही हैं, वे भारी देरी का शिकार हैं। आंतरिक चुनौतियों और केबिन क्रू की उपलब्धता में कमी के कारण यह संकट गहराता जा रहा है।
3 महीने तक रहेगी यही परेशानी?
नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डीजीसीए (DGCA) स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं, लेकिन राहत मिलने में अभी वक्त लगेगा। इंडिगो ने आश्वासन दिया है कि 10 फरवरी 2026 तक उसका संचालन पूरी तरह सामान्य और स्थिर हो जाएगा। इसका मतलब है कि यात्रियों को अभी करीब 3 महीने और दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। एयरलाइन हाल के दिनों में 1000 से अधिक उड़ानें रद्द कर चुकी है और 8 दिसंबर से इसमें और कटौती लागू होने वाली है।
डीजीसीए से मांगी नियमों में छूट
इस संकट से उबरने के लिए इंडिगो ने डीजीसीए से गुहार लगाई है। एयरलाइन ने पायलटों के ड्यूटी-ऑवर नियमों और नाइट टाइम लैंडिंग (रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक) पर लागू प्रतिबंधों में 2 महीने की छूट मांगी है। इंडिगो का कहना है कि एयरबस A320 के परिचालन को स्थिर करने और यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए यह छूट जरूरी है। नियामक फिलहाल इस मांग पर विचार कर रहा है, जबकि सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।
जानें पूरा मामला
यह पूरा संकट इंडिगो के आंतरिक संचालन मुद्दों और नए पायलट ड्यूटी नियमों के चलते पैदा हुआ है। क्रू की कमी और रोटेशन की समस्याओं ने उड़ानों के शेड्यूल को बिगाड़ दिया है। एयरलाइन का लक्ष्य फरवरी 2026 तक इन सभी बैकलॉग और परिचालन संबंधी खामियों को दूर कर स्थिति को सामान्य करना है, लेकिन तब तक यात्रियों के लिए राह आसान नहीं है।
मुख्य बातें (Key Points)
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शुक्रवार को इंडिगो ने 400 से अधिक उड़ानें रद्द कीं, जिससे हजारों यात्री प्रभावित हुए।
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दिल्ली में 220+, बेंगलुरु में 100+ और हैदराबाद में 90+ उड़ानें कैंसिल हुईं।
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इंडिगो ने 10 फरवरी 2026 तक संचालन सामान्य होने का दावा किया है।
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एयरलाइन ने डीजीसीए से नाइट लैंडिंग प्रतिबंधों और ड्यूटी नियमों में छूट मांगी है।






