रेटिंग एजेंसी S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत के लिए 6 पर्सेंट ग्रोथ रेट का अनुमान बरकरार रखा है। एजेंसी का कहना है कि एशिया पैसिफिक देशों में भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगा। S&P ने मार्च में मौजूदा और अगले फाइनेंशियल ईयर के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान पेश किया गया था। घरेलू अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत की वजह से रेटिंग एजेंसी ने इस अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है।
रेटिंग एजेंसी की तरफ से जारी तिमाही अपडेट में कहा गया है, ‘भारत, वियतनाम और फिलिपींस में सबसे तेज यानी 6 पर्सेंट की ग्रोथ देखने को मिल सकती है।’ S&P ग्लोबल रेटिग्स में एशिया पैसिफिक के चीफ इकनॉमिस्ट लुइस कुइज्स (Louis Kuijs) ने बताया, ‘मीडियम टर्म ग्रोथ आउटलुक मजबूत बना हुआ है। अगले कुछ साल के लिए हमारे ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक के हिसाब से एशियाई देशों की इमर्जिंग इकनॉमी की ग्रोथ सबसे तेज रहेगी।
S&P के मुताबिक, इस फाइनेंशियल ईयर में खुदरा महंगाई दर 6.7 पर्सेंट से घटकर 5 पर्सेंट पर पहुंच सकती है और संभावना है कि रिजर्व बैंक अब अगले साल के शुरू में ही ब्याज दरों में कटौती करेगा। रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, ‘अगर मॉनसून की स्थिति सामान्य रहती है, तो भारत में हेडलाइन उपभोक्ता महंगाई दर 6.7 पर्सेंट से घटकर फाइनेंशियल ईयर 2024 में 5 पर्सेंट हो सकती है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भी महंगाई दर में कमी आ सकती है।
Louis Kuijs ने बताया, ‘हमारे हिसाब से महंगाई दर और ब्याज दरों में बढ़ोतरी का साइकल अपने पीक पर पहुंच चुका है। हालांकि, हमें उम्मीद है कि रिजर्व बैंक साल 2024 के शुरू में ब्याज दरों में कटौती करेगा, क्योंकि उसका लक्ष्य उपभोक्ता मंहगाई दर को घटाकर 4 पर्सेंट तक पहुंचाना है।’ S&P ने 2023 में चीन के लिए ग्रोथ का अनुमान 5.5 पर्सेंट से घटाकर 5.2 पर्सेंट कर दिया है। इस क्षेत्र के बाकी देशों के लिए अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया गया है।






