नई दिल्ली, 27 दिसंबर (The News Air): भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के 26 दिसंबर 2024 को निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है। 92 वर्ष की आयु में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी असाधारण सेवाओं और देश के प्रति उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के दूसरे दिन काली पट्टी पहनकर मैदान पर उतरने का निर्णय लिया।
BCCI ने जारी किया बयान: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “भारतीय टीम ने डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में काली पट्टी पहनकर खेला। वह भारत के विकास में एक प्रेरणा स्रोत और महान नेता थे। उनकी उपलब्धियां और योगदान इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हैं।”
मनमोहन सिंह: एक प्रेरक व्यक्तित्व : डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। उन्हें 1991 में वित्त मंत्री रहते हुए भारत के आर्थिक सुधारों के प्रमुख वास्तुकार के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने ऐसे समय में देश का नेतृत्व किया जब भारत गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा था। उनकी दूरदर्शी नीतियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी।
डॉ. सिंह के कार्यकाल में लागू किए गए आर्थिक सुधारों ने वैश्विक स्तर पर भारत को मजबूत स्थान दिलाने में मदद की। उनके सरल और सौम्य व्यक्तित्व के कारण वे केवल एक नेता नहीं, बल्कि हर भारतीय के लिए एक आदर्श बने।
मैच के दौरान का भावुक माहौल: मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने जब काली पट्टी पहनकर मैदान में कदम रखा, तो यह पल दर्शकों और खिलाड़ियों दोनों के लिए भावुक था। यह कदम खेल भावना और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बना।
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भी इस कदम की सराहना की। खिलाड़ियों ने शांतिपूर्ण श्रद्धांजलि में भाग लिया, जिससे यह खेल भावना और मानवीय संवेदनाओं का अद्भुत संगम बना।
मैच का हाल: मैच के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पारी 6 विकेट पर 311 रन से आगे बढ़ाई। भारतीय गेंदबाजों ने दूसरे सत्र में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन खिलाड़ियों के चेहरे पर डॉ. सिंह को श्रद्धांजलि देने की गहरी भावना झलक रही थी।
मनमोहन सिंह का योगदान और उनकी विरासत: डॉ. सिंह की नेतृत्व क्षमता और उनके द्वारा लागू किए गए नीतिगत सुधार केवल आर्थिक प्रगति तक सीमित नहीं थे। उन्होंने सामाजिक और वैज्ञानिक क्षेत्रों में भी भारत को मजबूत बनाया। उनके कार्यकाल में भारत ने सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की।
देशभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम: डॉ. सिंह के सम्मान में देशभर में विभिन्न श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र की तमाम हस्तियां उनके निधन पर शोक व्यक्त कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान और उनकी विनम्रता सदैव याद की जाएगी। वह एक प्रेरक नेता और महान अर्थशास्त्री थे।”