Indian Railway New Rules 2025 : भारतीय रेलवे ने करोड़ों यात्रियों की वर्षों पुरानी परेशानी को खत्म करते हुए एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। रेलवे बोर्ड ने रिजर्वेशन चार्ट बनाने की प्रक्रिया में ऐसा बदलाव किया है, जिससे अब आपको ट्रेन पकड़ने के लिए आखिरी मिनट तक धड़कनें नहीं बढ़ानी पड़ेंगी। यह फैसला उन सभी यात्रियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है जो अक्सर Waiting List के भरोसे यात्रा की योजना बनाते थे।
यात्रियों का तनाव होगा खत्म
अक्सर ट्रेन से सफर करने वाले लोगों के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द ‘रिजर्वेशन चार्ट’ (Reservation Chart) का समय होता था। अब तक नियम यह था कि चार्ट ट्रेन छूटने से महज 3 से 4 घंटे पहले बनता था। इस वजह से वेटिंग टिकट वाले यात्रियों की सांसें आखिरी पल तक अटकी रहती थीं।
अगर ऐन वक्त पर टिकट Confirm नहीं हुआ, तो यात्री न तो घर का रहता था और न घाट का। न वह दूसरी ट्रेन देख पाता था और न ही अपनी यात्रा रद्द कर पाता था। खासकर रात की ट्रेनों और लंबी दूरी के मुसाफिरों को इससे भारी मानसिक तनाव और आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता था। लेकिन अब रेलवे ने इस पूरी तस्वीर को बदल दिया है।
सुबह की ट्रेनों के लिए नया नियम
रेलवे बोर्ड द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक, अब चार्ट बनने का समय पूरी तरह बदल दिया गया है। अगर आपकी ट्रेन सुबह 5:01 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे के बीच प्रस्थान (Depart) करने वाली है, तो आपको अपनी सीट की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
इन ट्रेनों का पहला रिजर्वेशन चार्ट अब एक दिन पहले यानी शाम 8:00 बजे ही तैयार कर लिया जाएगा। इसका सीधा मतलब यह है कि अगर आपको सुबह 6 बजे या दोपहर 1 बजे जाना है, तो आप पिछली रात को ही चैन की नींद सो सकेंगे क्योंकि आपको पहले ही पता होगा कि आपका टिकट Confirm है, RAC है या वेटिंग में है।
दोपहर और रात की ट्रेनों का गणित
सिर्फ सुबह ही नहीं, बल्कि दोपहर और रात की ट्रेनों के लिए भी नियमों में बड़ा फेरबदल किया गया है। जो ट्रेनें दोपहर 2:01 बजे से रात 11:59 बजे तक चलती हैं, उनका चार्ट अब ट्रेन चलने से कम से कम 10 घंटे पहले तैयार कर लिया जाएगा।
पहले यह समय सीमा सिर्फ 4 घंटे थी, जिसे अब बढ़ाकर 10 घंटे कर दिया गया है। इसके अलावा, रात 12:00 बजे से सुबह 5:00 बजे के बीच चलने वाली ट्रेनों पर भी यही 10 घंटे वाला नियम लागू होगा। यानी हर हाल में यात्री को सफर शुरू होने से काफी पहले अपनी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
संपादकीय विश्लेषण: क्यों खास है यह फैसला?
एक वरिष्ठ पत्रकार के नजरिए से देखें तो यह रेलवे का अब तक का सबसे ‘पैसेंजर फ्रेंडली’ (Passenger Friendly) कदम है। यह फैसला केवल समय बदलने के बारे में नहीं है, बल्कि यह यात्रियों के ‘वैकल्पिक योजना’ (Alternative Plan) बनाने के अधिकार को सुरक्षित करता है।
जब एक यात्री को 10-12 घंटे पहले पता चल जाता है कि उसका टिकट कंफर्म नहीं है, तो वह बस, फ्लाइट या दूसरी ट्रेन का विकल्प चुन सकता है। यह फैसला स्टेशनों पर होने वाली अनावश्यक भीड़ को भी कम करेगा और यात्रियों को ‘लास्ट मिनट’ की भागदौड़ से बचाएगा।
जानें पूरा मामला
रेलवे यात्रा में रिजर्वेशन चार्ट सबसे अहम दस्तावेज होता है, जो यह तय करता है कि आपको सीट मिली है या नहीं। रेलवे बोर्ड ने महसूस किया कि पुराने नियमों के चलते यात्रियों को, विशेषकर जो दूसरे शहरों से स्टेशन आते हैं, बहुत परेशानी हो रही थी। इसलिए सभी Zonal Railways और Divisional Railway Managers को निर्देश दिए गए हैं कि वे तय समय पर चार्ट तैयार करें। यह जानकारी यात्रियों को Mobile App और वेबसाइट पर तुरंत उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्य बातें (Key Points)
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सुबह 5:01 से दोपहर 2:00 बजे वाली ट्रेनों का चार्ट अब एक दिन पहले रात 8 बजे बनेगा।
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दोपहर और रात की ट्रेनों का चार्ट प्रस्थान से कम से कम 10 घंटे पहले तैयार होगा।
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यात्रियों को अब वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए पर्याप्त समय मिल सकेगा।
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नया नियम देश भर की सभी ट्रेनों और जोनल रेलवे पर तत्काल प्रभाव से लागू होगा।






