India-Pakistan Military Strike : भारत ने एक बार फिर आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ अपनी मजबूत नीति का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान (Pakistan) के भीतर घुसकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) को अंजाम दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने इस सैन्य कार्रवाई को सिर्फ एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना (Indian Army) ने उन आतंकियों और भारत-विरोधी संगठनों को मुंहतोड़ जवाब दिया है जिन्होंने भारत माता (Bharat Mata) के मस्तक से कई परिवारों का ‘सिंदूर’ मिटाया था।
राजनाथ सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने साबित कर दिया है कि भारत की सेनाएं आतंकवादियों और उनके आकाओं को किसी भी सूरत में बख्शने वाली नहीं हैं। जब भी भारत के खिलाफ साजिश होगी, उसका जवाब सीमा के इस पार ही नहीं बल्कि उस पार भी मिलेगा।”
उन्होंने कहा कि भारत ने कभी भी पाकिस्तान के आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया, लेकिन पाकिस्तान की सेना ने नागरिक इलाकों के साथ-साथ मंदिर (Temple), गुरुद्वारा (Gurudwara) और गिरिजाघर (Church) तक को भी निशाना बनाने की कोशिश की। इसके जवाब में भारतीय सेना ने संयम और साहस का परिचय देते हुए कई सैन्य ठिकानों पर सटीक प्रहार किए, जिनकी गूंज रावलपिंडी (Rawalpindi) तक सुनाई दी, जहां पाकिस्तान की सेना का मुख्यालय है।
रक्षा मंत्री ने याद दिलाया कि यह पहली बार नहीं है जब भारत ने इस तरह की कार्रवाई की है। इससे पहले उरी (Uri) हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike), पुलवामा (Pulwama) के बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक (Balakot Airstrike) और अब पहलगाम (Pahalgam) की घटना के बाद ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए पाकिस्तान के अंदर कई स्थानों पर हमले किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की ‘जीरो टॉलरेंस’ (Zero Tolerance) की नीति के चलते अब यह नया भारत (New India) है जो आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए दोनों ओर से जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देता, बल्कि पहले से भी ज्यादा सटीक और तेज कार्रवाई करता है।






