नई दिल्ली, 30 जुलाई (The News Air)
पाक अधिकृत कश्मीर में हाल ही में पाकिस्तान ने ज़बरदस्ती चुनाव कराए, जिसका स्थानीय लोगों ने काफ़ी विरोध किया। वहीं अब इस मामले पर भारत ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पाकिस्तान चुनाव कराने का ढोंग बंद करें और भारत के अभिन्न हिस्से को अपने अवैध कब्ज़े से तुरंत ख़ाली करे। साथ ही भारत ने पीओके से गुज़रने वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीआईपीसी) के संबंध में चीन की गतिविधियों को लेकर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है।
पीओके में चुनाव का भारत ने जताया विरोध
भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में चुनाव कराये जाने को दिखावटी क़वायद बताते हुए अपना कड़ा विरोध व्यक्त किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि केन्द्र शासित जम्मू-कश्मीर और लद्दाख़ भारत का अभिन्न अंग था और रहेगा। इस क्षेत्र में पाकिस्तान को कोई गतिविधि चलाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर में तथाकथित चुनाव कराने की क़वायद के ज़रिए पाकिस्तान इस क्षेत्र पर अपने अवैध कब्ज़े को छुपाना चाहता है।
चुनाव को स्थानीय लोगों ने किया अस्वीकार
उन्होंने कहा कि इन चुनावों को स्थानीय लोगों ने भी अस्वीकार किया है। इस तरह की क़वायद से इस क्षेत्र में मानवाधिकारों के उल्लंघन, शोषण और लोगों को स्वतंत्रता से वंचित किए जाने के तथ्यों पर पर्दा नहीं डाला जा सकता। प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को इस भारतीय क्षेत्र को जल्द से जल्द ख़ाली कर देना चाहिए।
प्रवक्ता ने चीन और पाकिस्तान के नेताओं के बीच हाल में हुई मुलाक़ात के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में जम्मू-कश्मीर का उल्लेख किए जाने को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत चीन और पाकिस्तान को कई बार बता चुका है कि तथाकथित सीपीईसी परियोजना भारतीय सीमा क्षेत्र में है, जो पाकिस्तान के अवैध कब्ज़े में है। भारत इस क्षेत्र में किसी अन्य देश द्वारा यथास्थिति में बदलाव किए जाने के प्रयास का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित पक्षों को इस क्षेत्र में इस तरह की कार्रवाई बंद कर देनी चाहिए।