Indian Astronaut Shubhanshu Shukla in ISS: भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण तब सामने आया जब ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Group Captain Shubhanshu Shukla) ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station – ISS) से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से संवाद किया। यह भारत के अंतरिक्ष इतिहास में 41 वर्षों बाद दूसरी बार हुआ जब किसी भारतीय नागरिक ने अंतरिक्ष से सीधे भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस गौरवपूर्ण अवसर पर शुभांशु ने कहा, “जब पहली बार अंतरिक्ष से भारत (India) को देखा तो वह बहुत भव्य लगा। यह मैप से कहीं अधिक विशाल और अद्भुत दिखता है।”
इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “आप हमारी मातृभूमि से दूर हैं लेकिन हम भारतीयों के दिलों के बेहद करीब हैं। आपकी यात्रा नए भारत के एक नए युग की शुरुआत है।” उन्होंने आगे कहा, “आपके कंधे पर तिरंगा देखकर पूरे देश को गर्व महसूस हो रहा है।”
शुभांशु शुक्ला ने कहा कि यह यात्रा सिर्फ उनकी नहीं बल्कि पूरे भारत की है। उन्होंने पीएम को बताया कि वह गाजर का हलवा (Carrot Halwa), मूंग दाल हलवा (Moong Dal Halwa) और आम रस (Mango Pulp) अंतरिक्ष में लेकर गए हैं, ताकि अन्य देशों के अंतरिक्ष यात्रियों को भारत की समृद्ध पाक विरासत का अनुभव कराया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत में बच्चों और युवाओं के सपनों की बात करते हुए कहा कि चंद्रयान की सफलता के बाद देश में विज्ञान को लेकर अभूतपूर्व रुचि बढ़ी है और शुभांशु की यात्रा इस जज्बे को नई दिशा देगी। उन्होंने कहा, “आज भारत का बच्चा सिर्फ आकाश को नहीं देखता, वह सोचता है – मैं वहां पहुंच सकता हूं।”
शुभांशु शुक्ला ने 25 जून को नासा (NASA) के फ्लोरिडा (Florida) स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर (Kennedy Space Center) से स्पेसएक्स (SpaceX) के ड्रैगन अंतरिक्ष यान (Dragon Spacecraft) पर सवार होकर एक्सिओम-4 मिशन (Axiom-4 Mission) के तहत ISS की यात्रा शुरू की थी। वह राकेश शर्मा (Rakesh Sharma) के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं।
ISS में अपने 14 दिन के प्रवास के दौरान शुभांशु शुक्ला और उनकी टीम लगभग 60 वैज्ञानिक प्रयोगों पर काम करेंगे, जिनमें से 8 प्रयोग इसरो (ISRO) द्वारा डिज़ाइन किए गए हैं। इनमें माइक्रोएल्गी (Microalgae) और सलाद के बीज (Salad Seeds) उगाने जैसे मिशन शामिल हैं। शुक्ला का कहना है कि वह पृथ्वी को 400 किलोमीटर ऊपर से देखकर भावुक हो गए और यह अनुभव जीवन भर याद रहेगा।
उन्होंने अंतरिक्ष से अपने संदेश में कहा, “यह भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम (Human Spaceflight Program) की एक नई शुरुआत है। मैं गर्व से तिरंगा अपने कंधे पर लेकर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं।” आने वाले दिनों में वह भारत के छात्रों और अंतरिक्ष इंडस्ट्री से भी संवाद करेंगे।