बार्सिलोना: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने यहां चल रहे 100वीं वर्षगांठ स्पेनिश हॉकी फेडरेशन-अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में अपने तीसरे मैच में दमदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को 1-1 से बराबरी पर रोक दिया। सैम वार्ड ने पांचवें मिनट में इंग्लैंड के लिए शुरुआती गोल किया, वहीं भारत ने 29वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह के गोल से वापसी करते हुए स्कोर बराबर कर दिया। शुरुआती झटके के बावजूद भारत ने अगले मिनटों में शानदार वापसी की और लगातार दो पेनाल्टी कार्नर बचाए।
इस बीच, भारतीय फॉरवर्ड लाइन ने अपना आक्रमण जारी रखा,नतीजन उसे 12वें मिनट में एक पेनाल्टी कार्नर मिला मगर भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह के खतरनाक खेल के कारण अंपायर ने उनके गोल को अस्वीकार कर दिया। मैच के दूसरे क्वार्टर के शुरुआती मिनटों में भारत ने एक और शक्तिशाली हमला किया जब उप कप्तान हार्दिक सिंह ने अपने स्टिक वर्क ने भारतीय प्रशंसकों को गोल की उम्मीद जगा दी मगर यहां भी भारतीयों की कोशिश नाकाम साबित हुई।
भारत को इंग्लैंड की रक्षापंक्ति में सेंध लगाने में काफी मेहनत करनी पड़ी और आखिरकार 29वें मिनट में हरमनप्रीत ने पेनाल्टी कार्नर को गोल में तब्दील करने में सफलता हासिल की। तीसरे क्वार्टर में श्रीजेश की जगह लेने वाले भारत के युवा गोलकीपर पवन ने 35वें मिनट में इंग्लैंड के एक पेनाल्टी कार्नर का खूबसूरती से बचाव किया। भारत को भी अगले मिनटों में कुछ मौके मिले लेकिन वे इसे भुना नहीं सके।
स्कोर 1-1 होने के कारण अंतिम क्वार्टर भारत के लिए तनावपूर्ण रहा। भारत को अंतिम मिनटों में गोल करने का सुनहरा मौका मिला मगर यहां भी उसे निराशा हाथ लगी। मैच के ड्रा होने के साथ बार्सिलोना के टेरासा में फाइनल में पहुंचने की भारत की उम्मीद खत्म हो गई। टीम घर वापस जाने से पहले अगला लीग मैच स्पेन बनाम नीदरलैंड की हारने वाली टीम के खिलाफ खेलेगी।