नई दिल्ली, 14 अगस्त (The News Air)
देश अपनी आज़ादी का 75वां वर्ष अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। 15 अगस्त की तैयारियों के मद्देनज़र दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में विशेष सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं। दिल्ली में किसानों के आंदोलन और खालिस्तान आतंकवादियों की धमकी के बाद सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से आतंकवादी संगठन बौखलाए हुए हैं।
दिल्ली में 9 एंटी ड्रोन तैनात, 500 स्पेशल जवान ड्यूटी पर- लंबे समय से कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली के बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान नेताओं ने धरनास्थल पर झंडा फहराने और फिर वहाँ से ट्रैक्टर रैलियां निकालने का ऐलान किया है। हालांकि किसान नेता राकेश टिकैत कह चुके हैं कि रैलियां दिल्ली में प्रवेश नहीं करेंगी, फिर भी पुलिस अलर्ट है। क्योंकि 26 जनवरी को लाल क़िले पर हुई हिंसा के बाद सुरक्षा व्यवस्था की काफ़ी किरकिरी हुई थी। हालांकि इस बार किसानों ने रैली के लिए कोई अनुमति नहीं माँगी है। इससे अंदाज़ा है कि दिल्ली में कोई बड़ी रैली नहीं होगी। वैसे पुलिस का कहना है कि अगर अनुमति माँगी भी जाती, तो नहीं मिलती।
मानसून सत्र के दौरान जंतर-मंतर पर धरना- किसानों ने मानसून सत्र के दौरान दिल्ली के जंतर-मंतर पर समानांतर संसद चलाने की घोषणा की थी। पुलिस ने उन्हें धरने पर बैठने की अनुमति दी थी। हालांकि 11 अगस्त को संसद का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो चुका है।
खालिस्तान आतंकवादियों की धमकी के बाद अलर्ट- दिल्ली में लाल क़िले पर 9 एंटी ड्रोन, 300 सीसीटीवी और 500 जवानों के हाथों में सुरक्षा व्यवस्था है। इसके अलावा दिल्ली में 40 हज़ार पुलिसकर्मी अलग से तैनात रहेंगे। दरअसल, खालिस्तान आतंकवादियों ने 15 अगस्त पर गड़बड़ी फैलाने की धमकी दी थी। इसे लेकर भी पुलिस अलर्ट है। पुलिस ने लाल क़िले के आसपास 6 आतंकवादियों के पोस्टर चिपकाए हैं।
जम्मू कश्मीर में भी अलर्ट- धारा 370 (Article 370) हटाने जाने के बाद से आतंकवादी बौखलाए हुए हैं। उस पर सुरक्षाबल ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर रहे हैं। इसके बाद से आतंकवादी अब भाजपा नेताओं को टारगेट(Target) कर रहे हैं। ख़ासकर, 15 अगस्त का जश्न ख़राब करने के मक़सद से हमले बढ़ गए हैं। गुरुवार को राजौरी ज़िले में भाजपा नेता जसबीर सिंह पर आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंका। इस हमले में 5 लोग घायल हुए थे।
15 अगस्त से पहले सर्चिंग बढ़ी- 15 अगस्त को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की सर्चिंग बढ़ गई है। वहीं, इस हमले के बाद इलाक़े में लगातार सर्चिंग जारी है। इस हमले में घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। आतंकवादी लगातार भाजपा नेताओं को निशाना बना रहे हैं। बता दें कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर में ज़मीनी और हवाई निगरानी के साथ बहू स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। श्रीनगर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा यहां शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता करेंगे। डीडीसी अध्यक्ष अपने-अपने ज़िलों में होने वाले समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। एलजी के सलाहकार आर आर भटनागर जम्मू के एम ए स्टेडियम में समारोह की अध्यक्षता करेंगे।