चंडीगढ़, 10 अक्तूबर (The News Air) : भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल के दौरान देशभर में दलित समुदाय पर अत्याचारों में भारी बढ़ोतरी हुई है। यह बात आज यहां जारी एक प्रेस बयान में स हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने कही। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से देश में दलितों पर अत्याचारों के मामलों में तेज़ी से इज़ाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में लगातार दलितों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि हाल ही के दिनों में हुई दो घटनाओं ने दलित समाज के प्रति भेदभावपूर्ण मानसिकता को चरम पर पहुँचा दिया है। पहली घटना में देश के मुख्य न्यायाधीश पर एक वकील द्वारा जूता फेंका गया और फिर एक विशेष धर्म के नारे लगाकर देश की कानून व्यवस्था को अप्रत्यक्ष रूप से चुनौती दी गई। उन्होंने कहा कि भले ही मुख्य न्यायाधीश ने बड़े दिल का परिचय देते हुए दोषी वकील को माफ कर दिया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से केवल एक ट्वीट करने के अलावा अब तक इस संबंध में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, न ही देश के गृह मंत्री ने कोई ठोस कदम उठाया है।
हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने कहा कि राकेश किशोर द्वारा एक दलित मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकना केवल व्यक्ति विशेष का अपमान नहीं बल्कि देश के संविधान और न्याय प्रणाली का भी अपमान है। उन्होंने बताया कि इसके बाद विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर मुख्य न्यायाधीश को ट्रोल किया गया और उनकी जाति के आधार पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणियाँ की गईं, जिन पर अब तक केंद्र सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे भाजपा सरकार की दलित-विरोधी मानसिकता साफ झलकती है।
उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह हरियाणा में एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार ने जातिगत भेदभाव से आहत होकर आत्महत्या कर ली। जब ऊँचे पदों पर बैठे दलित अधिकारी भी सुरक्षित नहीं हैं, तो फिर समाज के दबे-कुचले दलितों की सुरक्षा की गारंटी कैसे दी जा सकती है।
हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने कहा कि भाजपा के शासन में दलित युवाओं को सार्वजनिक रूप से अपमानित करना, उनकी पिटाई और हत्या जैसी घटनाएँ आम हो चुकी हैं। इसके अलावा दलित महिलाओं और लड़कियों के साथ बलात्कार और हत्या के मामलों में भी लगातार वृद्धि हुई है।
हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने भाजपा की दलित-विरोधी और विभाजनकारी नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा की यह नीति देश के लिए अत्यंत खतरनाक सिद्ध होगी।






