The News Air- पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार में बेरोज़गार युवकों का प्रदर्शन शुरू हो गया है। CM भगवंत मान की सरकार में पहली बार बेरोज़गार टंकी पर चढ़े हैं। यह युवक क़रीब 6 साल पहले पुलिस भर्ती वाले हैं। उनका कहना है कि चुनाव से पहले भगवंत मान घर-घर आते थे, अब हमें मिलते नहीं। आज भी सीएम भगवंत मान उन्हें मिलने के बजाय हाथ हिलाकर चले गए। इससे भड़के युवकों ने संगरूर-लुधियाना नेशनल हाइवे जाम कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सीएम मान के पास हमारे साथ बात करने के लिए 5 मिनट भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें नौकरी नहीं मिलती, वह घर नहीं जाएंगे। अब वह पढ़-लिखकर दिहाड़ी करने को मजबूर हो रहे हैं।
6 साल से लटका पड़ा मामला
प्रदर्शन कर रहे नवदीप सिंह और अमनदीप कौर ने कहा कि 2016 में 7416 पदों पर भर्ती हुई थी। इस मामले पिछले 6 साल से मामला लटका पड़ा है। भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। आवेदकों की वेरिफिकेशन तक हो चुकी है। इसके बावज़ूद उन्हें जॉइनिंग नहीं कराई जा रही। इसके बाद चुनाव के वक़्त भगवंत मान ने कहा था कि सरकार बनते ही उनका मसला हल कर देंगे।
संगरूर से चंडीगढ़ बुलाया, सीएम नहीं मिले
उन्होंने कहा कि 22 मार्च को उन्होंने सीएम के गृह ज़िले संगरूर में धरना दिया था। वहाँ उन्हें सीएम के OSD मिले। उन्हें 28 मार्च को चंडीगढ़ बुलाया गया। उन्हें भरोसा दिया गया था कि सीएम भगवंत मान से मिलवाएंगे। जब वह कल पहुंचे तो उन्होंने फिर मांग पत्र लेकर कहा कि इस बारे में सोचेंगे। उनकी सीएम भगवंत मान से मुलाक़ात नहीं कराई गई।
चुनाव में AAP ने बनाया था मुद्दा
पंजाब में टंकी पर होने वाले प्रदर्शन को आम आदमी पार्टी ने बड़ा मुद्दा बनाया था। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल दिल्ली से मोहाली पहुंचे थे। जहां उन्होंने टंकी पर चढ़े बेरोज़गार अध्यापकों से बात की थी। उन्होंने तत्कालीन चन्नी सरकार की इस पर ख़ूब आलोचना की थी। केजरीवाल ने कहा था कि उनकी सरकार आई तो कोई टंकी-टावर पर नहीं चढ़ेगा।