चंडीगढ़, 23 अक्टूबर (The News Air)
पंजाब (Punjab) की राजनीति में एक बार फिर पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम (Pakistani journalist Aroosa Alam) मुद्दा बन गई हैं। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Deputy CM Sukhjinder Singh Randhawa) ने कहा है कि उनकी सरकार पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर (Captain Amarinder) की दोस्त अरूसा की पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) से लिंक की जांच कराएगी। सुखजिंदर के आरोपों पर कैप्टन ने पलटवार किया और कहा कि चन्नी सरकार को जनता से किए वादे पूरे करने पर ध्यान देना चाहिए। कैप्टन ने यह भी कहा कि अरूसा केंद्र सरकार से मंजूरी लेकर आती हैं और यूपीए सरकार ने भी उन्हें इजाजत दी। बता दें कि अमरिंदर की नई पार्टी के ऐलान से पहले इसे कांग्रेस (Congress) की दबाव बनाने की रणनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
कैप्टन के सलाहकार रवीन ठुकराल ने पूर्व सीएम का बयान जारी किया। इसमें कैप्टन ने कहा- ‘सुखजिंदर आप मेरी कैबिनेट में मंत्री थे। आपको कभी अरूसा आलम के बारे में शिकायत करते नहीं सुना। वह 16 सालों से भारत सरकार की मंजूरी लेकर आती रही हैं। आप एनडीए और कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए सरकार पर भी पाकिस्तान की आईएसआई से मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं।’ कैप्टन ने आगे कहा- ‘अब आप निजी हमले कर रहे हो। सत्ता में आने के एक महीने बाद आपको जनता को दिखाने के लिए बस यही है। बरगारी और ड्रग्स केसों पर आपके बड़े वादों का क्या हुआ? पंजाब आपको वादों पर अमल का अब तक इंतजार कर रहा है।’
निराधार जांच पर ध्यान ना दे पंजाब सरकार-कैप्टन ने चन्नी सरकार को सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने की सलाह दी और कहा- ‘मैं जिस बात को लेकर चिंतित हूं वह यह है कि जब त्योहार नजदीक हैं और आतंकी हमलों का खतरा ज्यादा है, आप कानून व्यवस्था को संभालने की बजाय डीजीपी को पंजाब की सुरक्षा की कीमत पर निराधार जांच करने को कहा है।’कैप्टन ने पूछा कि आपके बरगाड़ी बेअदबी और ड्रग केसों के बड़े वादों का क्या हुआ? पंजाब अभी तक आपके कार्रवाई के वादे का इंतजार कर रहा है।
ये कहा था रंधावा ने…-रंधावा ने कहा था कि अरूसा के ISI कनेक्शन की जांच की जाएगी। इसके लिए वे DGP इकबाल प्रीत सहोता को निर्देश दे रहे हैं। अरूसा के बारे में कई बातें सामने आई हैं, जिनकी जांच जरूरी है। उन्होंने अमरिंदर पर सवाल उठाए कि साढ़े 4 साल सब कुछ ठीक रहा। जैसे ही मुख्यमंत्री की कुर्सी छिनी तो पंजाब को पाकिस्तान से खतरा हो गया। ISI से यह खतरा तब क्यों नहीं था, जब पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम उनके चंडीगढ़ स्थित सरकारी रेजिडेंस में रहीं।
कांग्रेस विधायक जीरा ने कहा- बैंक खातों की भी जांच होना चाहिए-कांग्रेस विधायक कुलबीर जीरा ने तो यहां तक कहा कि जब अरूसा यहां रहीं तो कैप्टन ने तब क्यों नहीं कहा कि पंजाब को पाकिस्तान और ISI से खतरा है। यह भी जांच होनी चाहिए कि टिफिन बम आए थे या फिर इसमें अमरिंदर का कोई हाथ है। उन्होंने कहा कि कैप्टन के खास लोगों के बैंक खातों की जांच करनी चाहिए। पता चले कि यह पैसा कहां से आया और कहां गया? इसमें ISI का क्या रोल था।
मौड़ मंडी ब्लास्ट केस की फिर जांच होगी-रंधावा ने मौड़ मंडी ब्लास्ट में भी कैप्टन पर सवाल किए। कहा- यह ब्लास्ट कांग्रेसी नेता हरमिंदर सिंह जस्सी की रैली में हुआ था, जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी। इसकी जांच हुई, लेकिन बम कांड की साजिश रचने वाले कभी सामने नहीं आए। रंधावा ने कहा कि पंजाब सरकार नए सिरे से इसकी जांच कराई जाएगी।