झारखंड (Jharkhand) के पलामू (Palamu) जिले में बुधवार को महाशिवरात्रि (Mahashivratri) की तैयारियों को लेकर दो गुटों के बीच जमकर बवाल (Clashes) हुआ। इस झड़प में कम से कम 12 लोग घायल हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि मंगलवार को त्योहार के लिए बनाए गए ‘तोरण गेट’ (Toran Gate) में एक समूह की तरफ से कथित तौर पर तोड़फोड़ करने के बाद विवाद खड़ा हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक घटना पलामू के पनकी गांव की है। एक पारंपरिक सजावटी ‘तोरण गेट’ के निर्माण को लेकर दो समूहों के बीच तनाव शुरू हो गया।
देखते ही देखते दो समुदायों के बीच कहासुनी मारपीट में बदल गई। जल्द ही, दोनों समूहों ने पुलिस की तरफ से हस्तक्षेप करने पर पथराव किया। पुलिस शांति सुनिश्चित करने में कामयाब रही, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
फिलहाल पनकी में धारा 144 लागू कर दी गई है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 100 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। मौके पर तहसी, पिपराटांड़ व लेस्लीगंज थानों के पुलिस कर्मी मौजूद हैं।
पलामू के पुलिस अधीक्षक (SP) समेत कई वरिष्ठ अधिकारी यहां डेरा डाले हुए हैं। माना जा रहा है कि झड़प के दौरान कुछ पुलिस कर्मियों को भी चोटें आई हैं।
पलामू के SP सीके सिन्हा ने ANI को बताया कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “तीन थानों की टीम घटना स्थल पर मौजूद है और स्थिति नियंत्रण में है।”
पलामू के पुलिस महानिरीक्षक (IG) राज कुमार लकड़ा ने कहा कि झड़प एक विवाद के बाद हुई, जिसमें आगामी शिवरात्रि उत्सव के लिए बनाए गए ‘स्वागत द्वार’ को नुकसान पहुंचाने को लेकर ईंट-पत्थरबाजी और एक-दूसरे पर लाठियों से हमला किया गया।
IGP ने कहा कि दोनों समुदाय के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। अधिकारी ने कहा कि स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है।