पिछले 2.5 दशकों से मेरा रूस के साथ-साथ आपके के साथ भी संबंध रहा है। करीब 10 साल में हम 17 बार मिल चुके हैं। पिछले 25 वर्षों में हमारी लगभग 22 द्विपक्षीय बैठकें हुई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति और मेरे दोस्त, मैं इस भव्य स्वागत और सम्मान के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं। भारत में चुनावों में हमें अभूतपूर्व जीत मिली। उसके बाद आपने जो शुभकामनाएं दीं, उसके लिए भी मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। मार्च में आपने भी शानदार प्रदर्शन किया था। चुनाव में जीत के लिए मैं एक बार फिर आपको शुभकामनाएं देता हूं।
पिछले 2.5 दशकों से मेरा रूस के साथ-साथ आपके के साथ भी संबंध रहा है। करीब 10 साल में हम 17 बार मिल चुके हैं। पिछले 25 वर्षों में हमारी लगभग 22 द्विपक्षीय बैठकें हुई हैं। यह हमारे संबंधों की गहराई को दर्शाता है। पिछले 40-50 साल से भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है। आतंकवाद कितना भयानक होता है वह हम पिछले 40 वर्षों से सामना कर रहे हैं। इसलिए, जब मास्को में आतंकवादी घटनाएं हुईं, जब दागिस्तान में आतंकवादी घटनाएं हुईं, उसका दर्द कितना गहरा होगा इसकी मैं कल्पना कर सकता हूं। मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता हूं।
मानवता में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति को जनहानि होने पर दुख होता है। लेकिन जब मासूम बच्चों की हत्या होती है तो गहरा दुख होता है। मैंने इस बारे में आपसे विस्तार से बात की है। एक मित्र के रूप में, मैंने हमेशा दोहराया है कि हमारी भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए शांति सर्वोपरि है। हालाँकि, मुझे पता है कि युद्ध के मैदान में समाधान कभी-कभी काम नहीं करते हैं। गोला-बारूद, समाधान और शांति के बीच संवाद सफल नहीं होते हैं, और फिर भी हमें संवाद के माध्यम से समाधान खोजने की जरूरत है।