Lagnajita Chakraborty Harassment : कला और संगीत की दुनिया में भी अब मजहबी दीवारें खड़ी करने की एक खौफनाक कोशिश ने पश्चिम बंगाल की सियासत को गरमा दिया है। एक कलाकार जब मंच पर पूरी शिद्दत के साथ अपनी कला का प्रदर्शन कर रहा हो, और उसे महज इसलिए रोक दिया जाए क्योंकि उसका गाना एक समुदाय विशेष को पसंद नहीं आया, तो यह घटना राज्य की कानून-व्यवस्था और सहिष्णुता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। शनिवार को भगवानपुर के एक निजी स्कूल में जो हुआ, उसने कलाकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी है।
संगीत के सुरों के बीच नफरत का शोर
घटना शनिवार शाम की है, जब लग्नाजिता चक्रवर्ती भगवानपुर के ‘साउथ प्वाइंट पब्लिक स्कूल’ में आयोजित एक Concert में परफॉर्म कर रही थीं। कार्यक्रम शाम 7 बजे शुरू हुआ और पहले 45 मिनट तक सब कुछ शांतिपूर्ण रहा। लग्नाजिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि शाम करीब 7:45 बजे, जब उन्होंने अपनी लिस्ट का सातवां गाना खत्म किया और आठवें गाने की तरफ बढ़ रही थीं, तभी वहां मौजूद टीएमसी नेता महबूब मुल्लाह ने हंगामा शुरू कर दिया।
‘यह गाना बंद करो, सेक्युलर गाना गाओ’
विवाद तब खड़ा हुआ जब गायिका ‘जागो मां’ (Jago Maa) गाना गा रही थीं। आरोप है कि टीएमसी नेता महबूब मुल्लाह, जिसे स्थानीय लोग मानव बालों का तस्कर (Human Hair Smuggler) भी बताते हैं और जो चीन की जेल में भी रह चुका है, अपने समर्थकों के साथ मंच पर चढ़ गया। उसने कहा कि “यह गाना तुम नहीं गा सकती, यह प्रो-हिंदू (Pro-Hindu) गाना लगता है, इसे बंद करो और कोई Secular गाना गाओ।” इतना ही नहीं, आरोप है कि भीड़ ने मंच पर चढ़कर गायिका के साथ धक्का-मुक्की (Assault) की और उन्हें धमकाया।
‘थाने में बिठाया गया, FIR नहीं हुई दर्ज’
इस घटना के बाद जब डरी-सहमी लग्नाजिता भगवानपुर पुलिस स्टेशन पहुंचीं, तो वहां भी उन्हें न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ा। विपक्ष का आरोप है कि थाने के ओसी (OC) शाहजहां हक ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। गायिका ने मारपीट और बदसलूकी की लिखित शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने FIR दर्ज करने के बजाय केवल एक जीडी एंट्री (GD Entry) करके मामला रफा-दफा करने की कोशिश की। गायिका को रात भर थाने में बैठना पड़ा, जबकि बाहर जिहादी तत्वों ने थाने को घेर रखा था।
‘क्या बंगाल बन गया है पाकिस्तान?’
इस घटना ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। बीजेपी ने ममता सरकार पर तीखा हमला बोला है। बीजेपी नेताओं ने सवाल उठाया कि “क्या पश्चिम बंगाल अब बांग्लादेश या पाकिस्तान बन गया है?” उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल का पूरा हिस्सा अब जिहादियों के हाथ में चला गया है। जहां एक महिला कलाकार को ‘मां’ शब्द वाला गाना गाने पर पीटा जाता है और पुलिस सत्ताधारी पार्टी के दबाव में कार्रवाई नहीं करती। हालांकि, भारी दबाव और शिकायत के बाद खबरों के मुताबिक आरोपी टीएमसी नेता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
‘संपादकीय विश्लेषण: कला का गला घोंटती कट्टरता’
यह घटना केवल एक सिंगर के साथ बदसलूकी नहीं है, बल्कि यह अभिव्यक्ति की आजादी पर एक सीधा हमला है। जब ‘जागो मां’ जैसे गीतों को सांप्रदायिक चश्मे से देखा जाने लगे और एक कलाकार को मंच पर यह बताया जाए कि क्या ‘सेक्युलर’ है और क्या नहीं, तो यह समाज के लिए खतरे की घंटी है। पुलिस का रवैया, जो कथित तौर पर पीड़िता की मदद करने के बजाय आरोपियों को बचाने में लगा रहा, यह दर्शाता है कि स्थानीय प्रशासन पर राजनीतिक रसूख किस कदर हावी है। अगर कलाकारों को मंच पर भी डर के साये में जीना पड़ेगा, तो संस्कृति की रक्षा कौन करेगा?
‘जानें पूरा मामला’
शनिवार शाम पूर्वी मेदिनीपुर के भगवानपुर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान टीएमसी नेता महबूब मुल्लाह ने गायिका लग्नाजिता चक्रवर्ती के गाने पर आपत्ति जताई। नेता ने गाने को गैर-सेक्युलर बताते हुए हंगामा किया और मारपीट की। गायिका ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद सियासी घमासान शुरू हो गया और बाद में गिरफ्तारी की खबर सामने आई।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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बंगाली गायिका लग्नाजिता चक्रवर्ती के साथ लाइव शो में टीएमसी नेता ने की मारपीट।
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‘जागो मां’ गाना गाने पर टीएमसी नेता महबूब मुल्लाह ने जताई आपत्ति, कहा- सेक्युलर गाना गाओ।
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बीजेपी ने ममता सरकार को घेरा, पूछा- क्या बंगाल बांग्लादेश या पाकिस्तान बन गया है?
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पुलिस पर आरोप है कि उसने शुरुआत में FIR दर्ज नहीं की, केवल जीडी एंट्री की।
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आरोपी टीएमसी नेता महबूब मुल्लाह को शिकायत के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है।






